दिल्ली में स्मॉग पर सरकार सख्त, रविवार तक स्कूल बंद
देश में स्मॉग बड़ी समस्या बनती जा रही है। इससे लोगों में सांस की बीमारियों की सम्भावनाएं ज्यादा हो गई हैं। यूपी समेत देश के कई शहर इन दिनों स्मॉग की जहरीली चादर में लिपटे हैं। ऐसी स्थिति में दिल्ली की हवा बहुत ही ज्यादा प्रदूषित हो गई है। जिससे वहां रहने वाले लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालात इतने खराब हो गए हैं कि दिल्ली सरकार ने रविवार तक सभी स्कूल बंद रखे जाने की घोषणा कर दी है।
रविवार तक स्कूल के बंद होने की घोषणा
बुधवार को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने हवा के प्रदूषित व खतरनाक स्तर को देखते हुए राजधानी दिल्ली के स्कूलों को रविवार तक बंद करने का ऐलान किया है। शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए कहा, ‘दिल्ली में हवा का स्तर खराब हो गया है। इस स्थिति में, बच्चों के स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता।’ जिससे कि स्कूलों को बंद किया गया है।
सरकार ने भी उठायें कई कदम
दिल्ली के स्मॉग की चपेट में आने के बाद दिल्ली सरकार ने इससे निपटने के लिए भी कई कदम उठाएं हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल ने एक आपातकालीन बैठक की और बैठक के दौरान दिल्ली के खतरनाक वातावरण को दूर कर स्वस्थ्य वातावरण बनाने के लिए कई बड़े फैसले लिए हैं।
दिल्ली सरकार ने सभी प्रकार के सिविल कंस्ट्रक्शन पर तुरंत रोक लगा दी है। इसके साथ-साथ ट्रकों की आगमन पर भी रोक लगा दिया गया है। सिर्फ आवश्यक वस्तुओं को ही शहर में आने की परमिशन दी गई है।
मुरादाबाद भी जहरीली हवा की चपेट में…
यूपी का मुरादाबाद सबसे अधिक जहरीली हवा की चपेट में है। यूपी समेत देश के कई शहर इन दिनों स्मॉग की जहरीली चादर में लिपटे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को यूपी के मुरादाबाद की हवा देश भर में सबसे ज्यादा जहरीली रही।
यूपी के 5 अन्य शहरों में भी देखने को मिला
यूपी में दूसरे नंबर पर गाजियाबाद रहा, हवा की क्वॉलिटी के मामले में लखनऊ का नंबर चौथा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, मुरादाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 500 होना स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक है। स्मॉग का प्रभाव यूपी के 5 अन्य शहरों में भी देखने को मिला।
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आगरा में एक्यूआई 355, कानपुर में 361 रहा
गाजियाबाद का एक्यूआई 481 व नोएडा का 468 रहा, जो कि ‘सीवियर’ श्रेणी में है। लखनऊ में हवा की गुणवत्ता ‘सबसे खराब’ श्रेणी में रही। लखनऊ का एक्यूआई 365 दर्ज किया गया। आगरा में एक्यूआई 355, कानपुर में 361 रहा। प्रर्यावरण विशेषज्ञ प्रो.ध्रुव सेन के मुताबिक, कोहरा बढ़ने पर लखनऊ की हवा और भी बिगड़ सकती है।एनजीटी ने मंगलवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा की सरकारों को फटकार लगाई और यह साफ करने को कहा कि क्षेत्र में वायु की गंभीर होती स्थिति में सुधार के लिए एहतियाती उपाय क्यों नहीं किए गए।
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ये है लखनऊ का हाल
लखनऊ में हवा जहरीली होने की मुख्य वजह वातावरण में पीएम 2.5 की अधिकता रही। हजरतगंज में एक्यूआई 392 रहा जबकि पीएम 2.5 की मात्रा 239 माइक्रोग्राम/ घन मीटर रेकॉर्ड की गई। इसकी सामान्य मात्रा 40-60 माइक्रोग्राम/ घन मीटर के बीच होनी चाहिए।पर्यावरण विशेषज्ञ डॉक्टर वेंकटेश दत्ता ने बताया कि हवा की गति धीमी होने के कारण पार्टिक्यिूलेटेड मैटर हवा में स्थिर रहते हैं। तापमान अचानक गिरने से सूक्ष्म कण हवा के साथ बहकर इधर-उधर नहीं जा पाए और हवा में उनकी सांद्रता काफी बढ़ गई। मुरादाबाद व आस-पास के इलाके में पराली जलाए जाने व कंस्ट्रक्शन का काम अधिक होने से हवा की गुणवत्ता काफी खराब हुई है।
पूरे प्रदेश में स्मॉग से ये है हाल, इतनी मात्रा में है स्मॉग
जिला श्रेणी AQI
मुरादाबाद गंभीर 500
गाजियाबाद गंभीर 481
नोएडा गंभीर 468
लखनऊ बहुत खराब 365
आगरा बहुत खराब 355
कानपुर बहुत खराब 361
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