Hitachi India का एलान करेगी ये काम…

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हिताची लि. की सहायक कंपनी हिताची इंडिया और इंस्टीट्यूट ऑफ वुड साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईडब्लूएसटी) ने मिलकर ‘स्मार्ट फॉरेस्ट इनिशिएटिव’ को लागू करने के लिए हाथ मिलाया है।

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वन अनुसन्धान एवं शिक्षा परिषद के तहत कार्यरत एक संस्थान है

हिताची इंडिया ने इस प्रोजेक्ट को सीएसआर एक्टिविटी के तौर पर अपनाया है और इसके तहत उच्च मूल्य वाली वन सम्पदा जैसे शीशम तथा चंदन की लकड़ियों के ई-प्रोटेक्शन एवं संरक्षण के संदर्भ में आईओटी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। आईडब्लूएसटी पर्यावरण विज्ञान, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत, भारतीय विज्ञान और वन अनुसन्धान एवं शिक्षा परिषद के तहत कार्यरत एक संस्थान है।

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देश का वह पहला संस्थान होगा…

आईडब्ल्यूएसटी के निदेशक सुरेंद्र कुमार ने बताया, “यह रिसर्च प्रोजेक्ट बहुमूल्य वृक्षों के ई-प्रोटेक्शन सिस्टम की निगरानी और मानकीकरण के लिए समाधान विकसित करता है। इस प्रोजेक्ट को लागू करने से आईडब्ल्यूएसटी, देश का वह पहला संस्थान होगा जिसने मूल्यवान वृक्षों के लिए इस प्रकार के एक ई-प्रोटेक्शन सिस्टम को लेकर प्रयास किये और सार्वजनिक-निजी-साझेदारी के जरिये ई-प्रोटेक्शन टेक्नोलॉजी के मानकीकरण तथा प्रोटोकॉल को विकसित करके इस तकनीक के व्यावसायिक अडॉप्टेशन (संयोजन) को सफल बना पाए।

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पर्यावरण को संरक्षित करना चाहते हैं…

हिताची इंडिया के महाप्रबंधक (डिजिटल सॉल्यूशंस एन्ड सर्विसेस ग्रुप) गणेश्वर कांबली ने कहा, “एक कम्पनी के तौर पर, हम अनूठे और नवीन समाधानों की पेशकश द्वारा, समाज को प्रोत्साहित और पर्यावरण को संरक्षित करना चाहते हैं। यह सीएसआर परियोजना बड़े पैमाने पर समाज तथा पर्यावरण के लिए परिवर्तन रचने हेतु हमारे व्यापार तथा आईओटी जैसी तकनीकी शक्तियों का एकीकरण है।

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