दिव्यांग बिशन की चाय व बर्फी के दिवाने हैं पर्यटक
किसी ने कहा है कि ‘अगर कोई भी काम सच्ची निष्ठा और लगन से किया जाए तो कामयाबी आपके कदम जरूर चूमेगी’। यह कहावत जम्मू के सांबा जिले में चाय बेच रहे बिशन दास पर सटीक बैठती है।
जम्मू के सांबा जिले के ठंडी खुई इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग पर खुले असमान के नीचे चाय बेच रहे बिशन दास की मेहनत ही है कि वह अपने राज्य में ही नहीं बल्कि कई राज्य के लोगों को अपनी चाय और बर्फी का कायल बनाए हुए हैं।
कुदरत ने बिशन दाल को आंखे नहीं दी है, पर बिशन दास को इसका जरा भी मलाल नहीं है। बिशन दास के पास एक ऐसा हुनर है जिसका दिवाना सारा राज्य है। वह नहीं चाहते हैं कि उनकी इस हुनर के आगे उनकी आंख किसी भी प्रकार का रोड़ा बने। और वो हुनर है चाय और बर्फी बनाने का। जी हां, बिशन दास के हाथों की बनी हुई चाय पीने के लिए जम्मू ही नहीं बल्कि कई राज्यों के लोग उनकी छोटी सी दुकान पर दस्तक देते हैं।
बिशन दास के हाथों की बनी चाय का स्वाद इतना गहरा है कि हर कोई चाय की चुस्कियों के साथ-साथ ग्राहक उनके हौसलों को सलाम करके जाता है। इसके साथ बिशन की तारीफों में कसीदें पढ़ के जाते हैं।
वहीं बिशन दास का कहना है कि उन्हें इस बात की खुशी है कि वह लोगों को अपनी चाय और बर्फी के माध्यम से खुशी देते हैं। चाय के साथ खुशियां बांटने का काम वह काफी समय से कर रहे हैं।
जयपुर, दिल्ली, पटना, उत्तर प्रदेश से आए पर्यटकों ने जर्नलिस्ट कैफे से बातचीत में बताया कि वे जब भी माता वैष्णों देवी के दरबार या कश्मीर देखने के लिए आते हैं तो वे हमेशा इस चाय की दुकान पर रुकते हैं। बिशन दास की बर्फी का बखान करते हुए सैलानियों का कहना है कि वे चाय पीने के बाद बर्फी का एडवांस ऑर्डर भी देकर जाते हैं ताकि वापसी के बर्फी अपने घर ले जा सके।