”ऐसे नेता थे, जिनका प्रभाव भी आज तक अटल है”, अटल जयंती पर पीएम मोदी ने विशेष लेख….
आज हमारा देश पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की 100 वीं जयंती को मना रहा है, ऐसे में देश बीजेपी समेत अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी इस विशेष दिन की शुभकामनाएं दी. ऐसे में पीएम मोदी ने अटल जी को अपने विशेष लेख के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की है. इस लेख में पीएम मोदी ने पूर्व पीएम खास बातों का जिक्र किया है बल्कि उनके द्वारा किए गए कार्यों को याद कर सराहना की है. इस लेख में उन्होने पूर्व पीएम के कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों और उपलब्धियों का भी जिक्र किया है. आइए जानते है क्या कुछ लिखा है पीएम मोदी ने….
देश उनके योगदान के प्रति कृतज्ञ रहेगा- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने इस विशेष लेख की शुरूआत करते हुए लिखा है कि, आज 25 दिसंबर का ये दिन भारतीय राजनीति और भारतीय जनमानस के लिए एक तरह से सुशासन का अटल दिवस है. आज पूरा देश अपने भारत रत्न अटल को, उस आदर्श विभूति के रूप में याद कर रहा है, जिन्होंने अपनी सौम्यता, सहजता और सहृदयता से करोड़ों भारतीयों के मन में जगह बनाई.पूरा देश उनके योगदान के प्रति कृतज्ञ है, उनकी राजनीति के प्रति कृतार्थ है.
इसके आगे लिखा है कि, 21वीं सदी को भारत की सदी बनाने के लिए उनकी एनडीए सरकार ने जो कदम उठाए, उसने देश को एक नई दिशा, नई गति दी. 1998 के जिस काल में उन्होंने पीएम पद संभाला, उस दौर में पूरा देश राजनीतिक अस्थिरता से घिरा हुआ था. 9 साल में देश ने चार बार लोकसभा के चुनाव देखे थे. लोगों को शंका थी कि ये सरकार भी उनकी उम्मीदों को पूरा नहीं कर पाएगी. ऐसे समय में एक सामान्य परिवार से आने वाले अटल जी ने, देश को स्थिरता और सुशासन का मॉडल दिया. भारत को नव विकास की गारंटी दी.
Also Read: उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर किया प्रदेश का परचम बुलंद…
उनके प्रयासों ने देश की आर्थिक प्रगति को दी नई शक्ति…
इसके आगे अटल जी के आर्थिक योगदान को याद करते हुए लिखा है कि, वो ऐसे नेता थे, जिनका प्रभाव भी आज तक अटल है, वो भविष्य के भारत के परिकल्पना पुरुष थे. उनकी सरकार ने देश को आईटी, टेलीकम्यूनिकेशन और दूरसंचार की दुनिया में तेजी से आगे बढ़ाया. उनके शासन काल में ही, एनडीए ने टेक्नॉलजी को सामान्य मानवी की पहुंच तक लाने का काम शुरू किया. भारत के दूर-दराज के इलाकों को बड़े शहरों से जोड़ने के सफल प्रयास किये गए. वाजपेयी जी की सरकार में शुरू हुई जिस स्वर्णिम चतुर्भुज योजना ने भारत के महानगरों को एक सूत्र में जोड़ा वो आज भी लोगों की स्मृतियों पर अमिट है.
उन्होने लिखा है कि, लोकल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए भी एनडीए गठबंधन की सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसे कार्यक्रम शुरू किए. उनके शासन काल में दिल्ली मेट्रो शुरू हुई, जिसका विस्तार आज हमारी सरकार एक वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के रूप में कर रही है. ऐसे ही प्रयासों से उन्होंने ना सिर्फ आर्थिक प्रगति को नई शक्ति दी, बल्कि दूर-दराज के क्षेत्रों को एक दूसरे से जोड़कर भारत की एकता को भी सशक्त किया.
हर वर्ग तक पहुंचाई शिक्षा
शिक्षा में उनके योगदान का जिक्र करते हुए लिखा है कि, ”जब भी सर्व शिक्षा अभियान की बात होती है, तो अटल जी की सरकार का जिक्र जरूर होता है. शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता मानने वाले वाजपेयी जी ने एक ऐसे भारत का सपना देखा था, जहां हर व्यक्ति को आधुनिक और गुणवत्ता वाली शिक्षा मिले. वो चाहते थे भारत के वर्ग, यानि ओबीसी, एससी, एसटी, आदिवासी और महिला सभी के लिए शिक्षा सहज और सुलभ बने. ”
”बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है तो इसका श्रेय उस अटल आधार को है”
पीएम मोदी ने पार्टी का सफलता का श्रेय देते हुए लिखा है कि, ”राजनीतिक जीवन में होने के बाद भी, वो साहित्य और अभिव्यक्ति से जुड़े रहे। वो एक ऐसे कवि और लेखक थे, जिनके शब्द हर विपरीत स्थिति में व्यक्ति को आशा और नव सृजन की प्रेरणा देते थे. वो हर उम्र के भारतीय के प्रिय थे. हर वर्ग के अपने थे।मेरे जैसे भारतीय जनता पार्टी के असंख्य कार्यकर्ताओं को उनसे सीखने का, उनके साथ काम करने का, उनसे संवाद करने का अवसर मिला. अगर आज बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है तो इसका श्रेय उस अटल आधार को है, जिसपर ये दृढ़ संगठन खड़ा है”
आगे लिखा है कि, ”उन्होंने बीजेपी की नींव तब रखी, जब कांग्रेस जैसी पार्टी का विकल्प बनना आसान नहीं था. उनका नेतृत्व, उनकी राजनीतिक दक्षता, साहस और लोकतंत्र के प्रति उनके अगाध समर्पण ने बीजेपी को भारत की लोकप्रिय पार्टी के रूप में प्रशस्त किया. श्री लालकृष्ण आडवाणी और डॉ. मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गजों के साथ, उन्होंने पार्टी को अनेक चुनौतियों से निकालकर सफलता के सोपान तक पहुंचाया”
Also Read: महाकुंभ 2025: वरदान साबित होंगे ये चार रंग के QR कोड, जानें कौन सा क्या देगा जानकारी ?
‘मैं सौभाग्यशाली कि उनके साथ काम करने का मौका मिला’
पीएम मोदी ने लिखा, ‘बहुत से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं जैसे मुझे यह सौभाग्य मिला कि हम अटल जी जैसे महान व्यक्तित्व से सीख सके और उनसे संवाद कर सके. उनका भाजपा के लिए दिया गया योगदान बुनियादी था. उस समय कांग्रेस के प्रभुत्व वाली धारणा के खिलाफ वैकल्पिक विचारधारा को नेतृत्व देना उनकी महानता को दर्शाता है. आडवाणी जी और मुरली मनोहर जोशी जी जैसे दिग्गजों के साथ उन्होंने पार्टी को उसके प्रारंभिक वर्षों में प्रोत्साहित किया, उसे चुनौतियों, विफलताओं और सफलताओं से गुजरते हुए मार्गदर्शन दिया. जब कभी विचारधारा और सत्ता के बीच चुनाव था, उन्होंने हमेशा विचारधारा को प्राथमिकता दी. वह देश को यह विश्वास दिलाने में सफल रहे कि कांग्रेस से एक वैकल्पिक दृष्टिकोण संभव है और ऐसा दृष्टिकोण भारत के लिए बेहतर साबित हो सकता है.’
आखिरी में लिखे ये शब्द…
लेख के आखिरी में पीएम मोदी ने लिखा है कि, अटल जी की 100वीं जयंती, भारत में सुशासन के एक राष्ट्र पुरुष की जयंती है. आइए हम सब इस अवसर पर, उनके सपनों को साकार करने के लिए मिलकर काम करें. हम एक ऐसे भारत का निर्माण करें, जो सुशासन, एकता और गति के अटल सिद्धांतों का प्रतीक हो.मुझे विश्वास है, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के सिखाए सिद्धांत ऐसे ही, हमें भारत को नव प्रगति और समृद्धि के पथ पर प्रशस्त करनें की प्रेरणा देते रहेंगे.