शेयर बाजार में भारी गिरावट की वजह क्या ? आखिर क्यों डूब रहे निवेशकों के रुपए….
Stock market crash: भारत में इस समय पिछले कुछ दिनों से भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है. दिवाली के पहले से लगातार हो रही गिरावट से भारतीय शेयर बाजार में भूचाल से मचा हुआ है. इसी बीच आज एक बार फिर निफ्टी और सेंसेक्स लाल निशान पर खुला. 50 अंक टूटकर 23870 जबकि सेंसेक्स 1162 अंक की गिरावट के साथ खुला.
इन सब के बीच अब सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा हो क्या गया है कि भारतीय शेयर बाजार मैं बिना कोई घरेलू हलचल की इतनी बड़ी गिरावट क्यों हो गई ?. निवेशकों के मन में भी यह सवाल है कि पिछले करीब एक सप्ताह से जारी गिरावट के बड़े कारण क्या है ? निवेशकों के मन में भी या सवाल है कि पिछले करीब एक सप्ताह से जारी गिरावट के पीछे का कारण क्या है और शेयर बाजार में कोहराम क्यों मचा हुआ है…
जानें आखिर क्यों गिरा भारतीय शेयर बाजार…
फेड कट का सबसे बड़ा असर…
बता दे कि आज 19 दिसंबर को एक बार फिर यूस फेडरल रिजर्व बैंक कट द्वारा लगातार इस साल तीसरी बार ब्याज दर में 25bps की कटौती करने का ऐलान किया गया है. साथ में यह भी संकेत दिया है कि अगले साल ब्याज दर में कटौती पिछले साल की तुलना में धीमी हो सकती है और इसका बड़ा कारण लगातार बढ़ती हुई महंगाई है.
मजबूत होता डॉलर…
वहीं भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सबसे बड़ा दूसरा कारण यह है कि दिन पर दिन डॉलर मजबूत होता जा रहा है. आज की शुरुआती कारोबार की बात करें तो डॉलर 12 पैसे टूट कर अपने निकले स्तर पर 85.06 पर पहुंच गया है. कहा जा रहा है इससे भारतीय रुपए सहित उभरते बाजार की मुद्राओं पर दबाव पड़ेगा. इंटर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया कमजोर रोग के साथ खुला और डॉलर के मुकाबले 85 की स्टार को पार कर गया.
अब WhatsApp पर भी ChatGPT ! अब बिना ऐप के मिनटों में होगा काम …
अमेरिकी बाजार में कटौती…
बता दें कि इसके अलावा इस बाजार में बुधवार को आई बड़ी गिरावट भी भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की बड़ी वजह रही. यूस फेड ब्याज दर में कटौती उस बाजार में गिरावट का सबसे बड़ा कारण रहा. बता दें कि 1974 के बाद इस बाजार में या 50 सालों की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है.
Mahakumbh 2025: एक रुपये में होगी BP और शुगर की जांच…
बैंक ऑफ़ जापान पर सभी निवेशकों की निगाहें…
बता दें कि गिरते हुए भारतीय शेयर बाजार के बाद आप सभी निवेशकों के निगाहें बैंक ऑफ जापान पर टिक गई हैं. उम्मीद की जा रही है कि बैंक ऑफ जापान दशमलव 25% पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं कर सकती है. यदि बैंक ऑफ जापान कोई अपने ब्याज दर पर परिवर्तन करता है तो इसका भी असर भारतीय शेयर बाजार में देखने को मिलेगा.