वाराणसी। फातमान रोड स्थित उद्यान को संगीत पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने हाल ही में यहां चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और कार्य की गुणवत्ता पर संतोष जताया.
बनारस घराने की सांस्कृतिक विरासत
यह पार्क विशेष रूप से बनारस घराने के महान संगीत कलाकारों की स्मृतियों और उनकी कलात्मक उपलब्धियों को समर्पित होगा. पार्क में यूनेस्को सिटी ऑफ म्यूजिक घोषित बनारस के भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की याद में उनकी शहनाई का भव्य स्कल्पचर स्थापित किया जाएगा.
संस्कृति और मनोरंजन का अनूठा संगम
पार्क में वाराणसी के संगीत कलाकारों की जानकारी देने वाले साइनेज और पट्ट लगाए जाएंगे. इसके साथ ही एक विशेष सेल्फी पॉइंट बनाया जा रहा है, जहां आगंतुक मंच पर वाद्य यंत्रों के साथ बैठे होने का अनुभव कर सकेंगे.
भारतीय शास्त्रीय कला की झलक
भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने के लिए पार्क में भगवान नटराज की मूर्ति के साथ भारत के 8 प्रमुख शास्त्रीय नृत्यों की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी.
पर्यटकों के लिए आकर्षण केंद्र
उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने निर्देश दिए कि निर्माण कार्य को गुणवत्ता और समय सीमा के साथ पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि यह पार्क स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण केंद्र बनने की ओर अग्रसर है.
निर्माण कार्य के निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष के साथ संबंधित अधिकारी और परियोजना के वास्तुविद भी उपस्थित रहे. यह पार्क न केवल बनारस की सांस्कृतिक धरोहर को संजोएगा, बल्कि शहर के पर्यटन को भी नई ऊंचाई पर ले जाएगा.