गूगल मैप ने फिर दिया धोखा…गलत रास्ते की वजह से दुर्घटना का शिकार हुए कार सवार…

0

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक बार फिर गूगल मैप ने कार सवारों को गलत रास्ते पर भेज दिया, जिसके परिणामस्वरूप कार पलट गई और नहर में जा गिरी. यह हादसा तब हुआ जब तीन युवक कानपुर से पीलीभीत जा रहे थे. गनीमत रही कि इस दुर्घटना में किसी भी व्यक्ति को गंभीर चोटें नहीं आईं और तीनों युवक सुरक्षित बच गए हैं. पुलिस और बचाव दल ने तत्परता से कार को नहर से बाहर निकाल लिया.

क्या है पूरा मामला ?

यह हादसा उस समय हुआ जब दिव्यांशु नामक युवक गूगल मैप के निर्देशों पर टाटा टैगोर कार से पीलीभीत की ओर यात्रा कर रहे थे. रास्ते में कलापुर नहर के पास एक तिराहे पर सड़क की पटरी टूटी हुई थी, जिससे गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया. इसके बाद कार करीब 15 फीट गहरी नहर में गिर गई. इसके बावजूद कार में सवार तीनों युवक सुरक्षित रहे और उन्हें कोई चोट नहीं आई. पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से कार को बाहर निकाल लिया.

वहीं घटनास्थल पर पहुंचे एसपी सिटी मानुष पारिक ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया है कि ”दिव्यांशु गूगल मैप के सहारे चल रहे थे. रास्ते में कलापुरा गांव के पास नहर की पटरी टूटी हुई थी जिसके चलते कार पर उसका नियंत्रण नहीं रहा. इसके बाद कार करीब 15 फीट गहरी नहर में जा गिरी. तीनों लोग सुरक्षित हैं. कार को नहर से बाहर निकाल लिया गया है.”

इससे पहले भी गूगल मैप ने दिया था धोखा

गूगल मैप के धोखे का यह पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पहले भी एक हादसा सामने आया था, जिसमें गूगल मैप द्वारा बताए गए गलत रास्ते का तीन युवक शिकार हो गए थे औऱ इस धोखे की कीमत उन्होंने अपनी जान गंवाकर चुकाई थी. यह हादसा 24 नवंबर को बरेली में हुआ था, जिसमें कार सवार तीन युवकों की जान चली गई थी. उस हादसे में भी गूगल मैप ने कार सवारों को एक अधूरे फ्लाईओवर के रास्ते पर भेज दिया था, जिससे उनकी गाड़ी रामगंगा नदी में गिर गई थी. उस हादसे के बाद पुलिस ने लोक निर्माण विभाग के चार इंजीनियरों और गूगल मैप के एक अज्ञात अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया था.

Also Read: पीलीभीत में भीषण सड़क हादसा, 6 की मौत 5 गंभीर रूप से जख्मी…

गूगल मैप प्रवक्ता ने जताई संवेदना

वहीं ऐप की गलती की वजह से लगातार सामने आती दुर्घटनाओं को लेकर गूगल मैप के प्रवक्ता ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. इसमें प्रवक्ता की ओर से कहा गया है कि,”हमारी गहरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं. वह घटना के बाद अधिकारियों के साथ मिलकर मामले की जांच में सहयोग कर रहे हैं.गूगल मैप की गलत दिशा-निर्देश देने की घटनाओं से अब तक कई जानें जा चुकी हैं. दूसरी ओर सवाल उठता है कि क्या तकनीकी सुविधाएं सही और सटीक रूप से अपडेट की जा रही हैं.”

पुल की मरम्मत नहीं होने से हुआ हादसा

फरीदपुर के सर्किल ऑफिसर आशुतोष शिवम ने बताया कि, ”इस साल की शुरुआत में बाढ़ के कारण पुल का अगला हिस्सा नदी में गिर गया था, लेकिन इस बदलाव को सिस्टम में अपडेट नहीं किया गया था. जब यह घटना हुई, तब पुल पर कोई सुरक्षा अवरोध या चेतावनी संकेत नहीं था.”

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More