Israel-Iran War के बीच क्यों इजराइल जा रहे भारतीय?… जानें क्या है बड़ी वजह

पश्चिम एशिया में करीब 1 करोड़ भारतीय

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मिडिल ईस्ट में ईरान और इजराइल के बीच जारी युद्द के बीच भारत ने अपने नागरिकों को एडवाइजरी जारी की है और कहा है कि वे लोग ईरान जाने से बचें. इतना ही नहीं इसके बीच लेबनान और इजराइल में भी सुरक्षित ठिकानों पर रहने की चेतावनी दी गई है. साथ में यह भी कहा गया है कि यदि जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकले.

पश्चिम एशिया में रहते हैं 1 करोड़ भारतीय…

भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि, पश्चिम एशिया में करीब 1 करोड़ के आस-पास भारतीय रहते हैं. उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और यह सब बातचीत से ही संभव है. मंत्रालय ने बताया कि बमबारी और हवाई हमलों के चलते दोनों देशों के बीच जारी तनाव के कारण बडी संख्या में भारतीय नागरिक अभी भी इजराइल में फंसे हुए हैं.

भारतीयों के लौटने की कोई योजना नहीं- मंत्रालय

विदेश मंत्रालय ने बताया कि, जमीनी स्तर पर अनिश्चितता के बीच कई भारतीयों के भारत लौटने की उम्मीद नहीं है. माना जा रहा है कि युद्ध के बावजूद भी भारतीयों को वहां के मोटे वेतन का लालच भारतीयों को आकर्षित कर रहा है. माना जाए तो भारत के लिए इजराइल एक कुशल श्रम बल स्रोत के लिए मुख्य केंद्र बन गया है.

इजराइल में वर्क फ़ोर्से की कमी…

इजराइल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिलिस्तीनी श्रमिक जो कभी इजराइल के निर्माण क्षेत्र की रीढ़ हुआ करते थे आज उन्हें दरकिनार कर दिया गया है और उनकी जगह भारतीयों ने ले ली है. कहा जा रहा है कि इजराइल सरकार जो वर्क फ़ोर्स की कमी से जूझ रही है. इजराइल अपने बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों का समर्थन करने के लिए भारत से सक्रीय रूप से भर्ती कर रही है. इस अवसर का भारतीय युवाओं ने लाभ उठाया और इजराइल में रोजगार पाने के लिए उतर प्रदेश, हरियाणा और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से युवा भर्ती केंद्रों के बाहर कतार में खड़े हो गए.

क्यों हो रही इजराइल में वर्क फ़ोर्से की कमी

माना जा रहा है कि इजराइल और ईरान के बीच जारी युद्ध में ज्यादातर युवा सेना के साथ काम कर रहे हैं और ईरान का सामना कर रहे हैं. जिसके चलते उनके काम नहीं हो पा रहे हैं ऐसे में अचानक से वर्क फ़ोर्स की कमी हो गई है. इन कामों को पूरा करने के लिए भारत से भर्ती की जा रही है.

सितम्बर में 1000 वर्कर्स गए इजराइल…

इंडिया टुडे खबर के मुताबिक, बता दें कि इजराइल ने एक पहल की और इसके अंतर्गत इजराइल की जनसँख्या आव्रजन और सीमा प्राधिकरण ( PIBA ) ने NSDC से 10,000 निर्माण श्रमिकों और 5000 देखभाल कार्यकर्ताओं की भर्ती का अनुरोध किया. कहा जा रहा है कि दिसंबर 2023 से मार्च 2024 के बीच 16832 उम्मीदवारों ने स्किल टेस्ट दिया और उसमें से 10349 लोगों को नौकरी के लिए चुना गया. वहीं कहा जा रहा है कि इसमें करीब 5800 लोग पलायन कर चुके हैं. जिनमें से 4800 अभी वहां काम कर रहे हैं जबकि 1000 लोग अभी सितम्बर में भेजे गए हैं.

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वर्कर्स को मिल रही यह सुविधा…

इजराइल में काम करने गए एक कामगार ने बताया कि इजराइल में काम करने जाने के लिए चयनित उम्मीदवारों को लगभग 1.92 लाख रुपये महीने मिल जाता है. उसके साथ 16515 रुपये का बोनस, मेडिकल बीमा और रहने के लिए आवास भी मिल रहा है.

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कंस्ट्रक्शन वर्कर्स को लाखों की नौकरी…

श्रम विभाग के पोर्टल के मुताबिक, इजराइल जाने वाले कंस्ट्रक्शन वर्कर्स को करीब हर महीने 1.37 लाख रुपये मिल रहे हैं. जिसमें निर्माण मिस्त्री शामिल हैं जो, शटरिंग, सरिया बांधना, टाइल्स लगाने और प्लास्टर करने वाले हैं. इजराइल में नौकरी पाने के लिए आपको सेवायोजन विभाग के एकीकृत पोर्टल पर रजिस्ट्रशन कराना होगा और उम्मीदवार की आयु 25 से 45 साल की होनी चाहिए. वहीं इसके लिए कुछ नियम भी बनाये गए हैं जिसमें उम्मीदवार को उस काम करने में तीन साल का अनुभव, पासपोर्ट और इससे पहले इजराइल में काम न किया हो अनिवार्य किया गया है.

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