घाटी में आतंक पर सेना का प्रहार, दो आतंकवादियों को किया ढेर
जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना ने आतंकियों के घुसपैठ की कोशिश को एक बार फिर नाकाम कर दिया है. राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में सोमवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश के दौरान दो आतंकवादियों को सेना के जवानों ने ढेर कर दिया है. भारतीय सेना ने कहा कि “घुसपैठ की संभावित कोशिश के संबंध में खुफिया एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के इनपुट के आधार पर सेना द्वारा 8 और 9 सितंबर की मध्यरात्रि को सामान्य क्षेत्र लाम, नौशेरा में एक घुसपैठ विरोधी अभियान शुरू किया गया था.”
“इस अभियान में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया है और अब तक दो एके-47 और एक पिस्तौल सहित बड़ी मात्रा में युद्ध में उपयोग किए जाने वाले सामान बरामद किए गए हैं. सुरक्षा बल कड़ी निगरानी रख रहे हैं, जिसके लिए हवाई प्लेटफार्मों का उपयोग किया जा रहा है.”
घुसपैठ में हुई बढ़ोतरी
सेना ने आगे कहा कि इलाके में तलाशी अभियान जारी है. पिछले दिनों घुसपैठ के मामले में बढ़ोतरी हुई है. खासकर सर्दियों की शुरुआत और बर्फबारी से रास्ते बाधित होने से पहले. जम्मू संभाग के पुंछ, राजौरी, डोडा, कठुआ, रियासी और उधमपुर के पहाड़ी जिलों में पिछले दो महीनों के दौरान सेना, सुरक्षाबलों और नागरिकों के खिलाफ आतंकवादी हमले हुए हैं.
4,000 से अधिक प्रशिक्षित सैनिक तैनात
इन हमलों के लिए 40 से 50 की संख्या में माने जाने वाले कट्टर विदेशी आतंकवादियों के एक समूह के जिम्मेदार होने की रिपोर्ट के बाद, सेना ने 4,000 से अधिक प्रशिक्षित सैनिकों को तैनात किया है. इनमें विशिष्ट पैरा कमांडो और पर्वतीय युद्ध में प्रशिक्षित लोग शामिल थे.
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आतंकवादियों ने घात लगाकर हमले करने और फिर इन पहाड़ी इलाकों के जंगलों में गायब होने के लिए अलग-अलग तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं. सेना और सीआरपीएफ की तैनाती के साथ-साथ निवासियों द्वारा तैयार ग्राम रक्षा समितियों (वीडीसी) के मजबूत और जागरूक होने से आतंकवादी अपने गलत मंसूबे पूरे करने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं.