Pollution Report: भारत के लिए खुशखबरी ! पार्टिकुलेट पॉल्यूशन में गिरावट पर मिला दूसरा स्थान

आई एनर्जी पॉलिसी इंस्टिट्यूट ऐट द यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो (EPIC) की रिपोर्ट एयर क्वॉलिटी लाइफ इंडेक्स 2024 से भारत में उम्मीद जगी है. रिपोर्ट के अनुसार 2021 की तुलना में 2022 में भारत में पार्टिकुलेट पॉल्यूशन (बारीक कणों से होने वाला प्रदूषण) में 19.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.

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अब तक आई ज्यादातर रिपोर्ट में प्रदूषित देशों और प्रदूषित राजधानी के लिए भारत का नाम सामने आता था, लेकिन बुधवार को आई एनर्जी पॉलिसी इंस्टिट्यूट ऐट द यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो (EPIC) की रिपोर्ट एयर क्वॉलिटी लाइफ इंडेक्स 2024 से भारत में उम्मीद जगी है. रिपोर्ट के अनुसार 2021 की तुलना में 2022 में भारत में पार्टिकुलेट पॉल्यूशन (बारीक कणों से होने वाला प्रदूषण) में 19.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. प्रदूषण कम करने में भारत दूसरे स्थान पर रहा जबकि बांग्लादेश पहले स्थान पर है.

इसमें कहीं न कहीं मौसम ने भी अपना अहम रोल निभाया है. अधिक बारिश होने के कारण से हवाएं ठंडी जमीन की सतहों को मिलती रहीं. इन कारणों से प्रदूषण के कणों को जमने की जगह नहीं मिली होगी.

देश में प्रदूषण स्तर इन जिलों में गिरा

रिपोर्ट के अनुसार देश में प्रदूषण में सबसे अधिक कमी पुरुलिया और बांकुरा में आई. इसके बाद धनबाद, पूर्वी, पश्चिम सिंहभूमि, पश्चिम मेदिनीपुर और बोकारो जिले शामिल हैं. इन जिलों में पीएम 2.5 के स्तर में 20 एमजीसीएम की गिरावट हुई है.

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प्रदूषण में थोड़ी सी भी कमी आने से उम्र बढ़ती है जबकि इसमें इजाफे के साथ जिंदगी छोटी और बीमारियों वाली हो जाती है.

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डब्ल्यूएचओ का प्रदूषण मानकों में बदलाव

वहीं डब्ल्यूएचओ भी प्रदूषण के मानकों में बदलाव कर चुका है.फिर भी, देश का 94 प्रतिशत हिस्सा अभी भी डब्ल्यूएचओ के मानक (5 µg/m3) को पूरा नहीं करता है. इस साल ईपीए ने पार्टिकुलेट पॉल्यूशन के लिए ज्यादा सख्त मानक (10 µg/m3) लागू किया है.

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प्रदूषण के मामले में इन देशों में आई‌ कमी

रिपोर्ट्स की मानें तो दक्षिण एशिया में प्रदूषण में सबसे ज्यादा गिरावट आई है. दक्षिण एशिया में एक साल में प्रदूषण में 18% की कमी पाई गई है जो कि दुनिया का सबसे प्रदूषित क्षेत्र है. WHO मानक पूरे किए जाएं तो यहां लोगों की उम्र 3.5 साल बढ़ जाएगी. इसके साथ ही मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में एक साल में प्रदूषण 13 प्रतिशत बढ़ा है .

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