ज्ञानवापी परिसर की एएसआई से अतिरिक्त सर्वे कराने की अपील,अगली सुनवाई की तिथि 21 अगस्त

ज्ञानवापी से जुड़े वर्ष 1991 के लार्ड विश्वेश्वर मूलवाद में सुनवाई.

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सिविल जज (सीनियर डिवीजन/फास्टट्रैक कोर्ट) प्रशांत कुमार की अदालत में सोमवार को ज्ञानवापी से जुड़े वर्ष 1991 के लार्ड विश्वेश्वर मूलवाद में सुनवाई हुई. इस मामले में सम्पूर्ण एएसआई सर्वे कराने की अर्जी पर वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी ने बहस पूरी कर ली है . इस मामले में अगली सुनवाई के लिए 21 अगस्त की तिथि को करने का फैसला लिया गया है. जहां अगली तिथि पर विपक्षी अंजुमन इंतजामिया की ओर से बहस होगी.

पिछले तारीख पर मूलवाद के वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी ने सम्पूर्ण एएसआई सर्वे कराने सबंधित अर्जी पर बहस शुरू की थी. सोमवार को भी दलील दी है कि स्वयंभू लार्ड विश्वेश्वर का शिवलिंग ज्ञानवापी के मुख्य गुम्बद के नीचे जमीन में 100 फुट तक का शिवलिंग है. जिसे मलवे से दबा दिया गया है.

किन कारणों से ज्ञानवापी परिसर की दीवारें सीलन युक्त हुई

यही नहीं इसके पास एक कूप भी है. जिसमें से अपने आप ही गंगा के फाव्वारा निकलता था, जो स्वंभू ज्योतिलिंग पर पड़ता था. उसको भी दबा दिया गया है. मगर उसका पानी का रिसाव आज भी जमीन के अंदर है. इसी कारण पूरा ज्ञानवापी परिसर की दीवारें सीलन युक्त रहती है.

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जमीन के नीचे का सर्वे एएसआई नहीं

वहीं ज्ञानवापी सेंट्रल गुम्बद के जमीन के नीचे का सर्वे एएसआई ने नहीं किया गया है. जहां गोलकुंडे के महाराजा ने एकवाली हीरे जड़ित स्वर्ण मुकुट रूप में स्वंभू ज्योतिलिंग को स्थापित किया था. जब मुस्लिम आक्रांताओं ने मंदिर पर हमला किया था. उस समय वहां के पुजारी ने मुकुट को लिया और ज्ञानकूप में कूद गए. ज्योतिलिंग 100 फिट की है. सिर्फ भ्रांति फैलाई गई थी. कोरिडोर जो बनाए गए है,

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उसमे भी काफी संख्या में मंदिर के अवशेष मिले थे. अभी भी उसे संपूर्ण सर्वे किया जाए तो सचाई सामने आ जायेगी. वहीं अगर एएसआई वैज्ञानिक व राडार तकनीक से सर्वे करराई जाए तो पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी.

आपको बता दें ज्ञानवापी में नए मंदिर के निर्माण और हिंदूओं को पूजा-पाठ करने का अधिकार देने को लेकर स्वयंभू विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग की ओर से स्‍व. पं. सोमनाथ व्यास एवं अन्य लोगों के जरिए साल 1991 में मुकदमा दायर किया गया था. जहां अब इस मुकदमे में वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी ने ज्ञानवापी परिसर की एएसआई से अतिरिक्त सर्वे कराने की अपील की है.


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