दो आलीशान होटलों बनारस कोठी और रिवर पैलेस पर एक साथ चला हथोड़ा और बुलडोजर
होटल का मालिक कोर्ट के सभी दरवाजों पर दस्तक देकर हार चुका है
वाराणसी की यह है शानदार इमारत बनारस कोठी के नाम से मशहूर होटल है। इसके ठीक सामने रिवर पैलेस नाम का दूसरा होटल है जो एक ही आदमी के अलग-अलग नाम से होटल लगभग 22 सालों से तमिल है.
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विकास प्राधिकरण आज इस पर हथौड़ा चला रहा है. विकास प्राधिकरण इसकी कानूनी वजह भी बता रहा है कि पिछले 2016 से इस होटल मालिक को इसके अवैध कार्यक्रमों का दस्तावेज दे दिया गया था. इस होटल का मालिक एक अल्पसंख्यक वर्ग से आता है जो कोर्ट के सभी दरवाजों पर दस्तक देकर हार चुका है. आज अंतिम मौका था लेकिन वीडीए ने अब इसे कोई मौका देने से साफ मना कर दिया है. लिहाजा इन दोनों होटल पर एक साथ हथौड़ा चलाया जा रहा है.
पुलकित गर्ग– उपाध्यक्ष वाराणसी विकास प्राधिकरण
कैंटोनमेंट एरिया में वरुणा नदी के किनारे यह होटल पिछले दो दशक से खड़ा है वीडीए के उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि इस होटल से अवैध कमाई भी की जा रही थी लेकिन वीडीए के अधिकारी महोदय ने यह नहीं बताया कि यह बड़ी सी बिल्डिंग क्या एक दिन में खड़ी हो गई होगी. या बिना वाराणसी विकास प्राधिकरण की सहमति की इतनी बड़ी बिल्डिंग पिछले 20 सालों से क्या यूं ही चलाई जा सकती है. निश्चित है इस पूरे प्रकरण में वाराणसी विकास प्राधिकरन के भ्रष्ट अधिकारी मुख्य भूमिका में रहे होंगे. लेकिन सवाल यह है कि अदालत भी उन्हीं की है और गवाही भी उन्हीं की जजमेंट आपके सामने है. रही अल्पसंख्यक वर्ग की बात तो जिस दिन से यह होटल तमिल हुआ था. होटल मालिक को यह पता था कि इसे वह बना तो रहा है लेकिन है यह अवैध है. पैसे के बल पर और वाराणसी विकास प्राधिकरण के सहयोग से भ्रष्टाचार की यह इमारत खड़ी हुई थी जिसे आज वही विकास प्राधिकरण ध्वस्तीकरण पर आमदा है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने अपनी सफाई में क्या कुछ कहा आप खुश हो सकते
दोनों होटल सील, तोड़ने में लगे पांच बुलडोजर
वीडीए के अफसरों ने बनारस कोठी और रिवर पैलेस होटल को सील कर दिया था. वहीं आज सुबह शनिवार सुबह होटल को खाली करा लिया गया. अब इस 5 मंजिला इस होटल को तोड़ने के लिए 5 बुलडोजर लगाए गए हैं. तोड़-फोड़ शुरू हो चुकी है. होटल मालिक और परिजन रोते हुए अफसरों से कार्रवाई रोकने की गुहार लगाते दिखाई दिए. होटल के अंदर तोड़-फोड़ के बीच बाहर पुलिस फोर्स तैनात है.
होटल मालिक ने लगाया यह आरोप
वहीं होटल मालिक खुर्शीद आलम का आरोप है कि जब उन्होंने इस तोड़फोड़ का विरोध किया, कहा मेरा परिवार ऊपर रहता है. तब ।क्ड सिटी आलोक कुमार ने मेरे सिर पर मारा और मुझे अपशब्द भी कहा. मेरे मुंह से खून निकलने लगा, पैर में चोट लग गई. उन्होंने आरोप लगाया कि बीते पांच दिनों से एसडीएम सीटी रोज यहां आ रहे है कल मीटिंग भी हुई और उन्होंने मुझसे 2 करोड़ रुपए की मांग की. पैसे नहीं देने पर सुबह कार्रवाई होगी और आज ये फोर्स के साथ पहुंचे और बुलडोजर चलाने की कार्रवाई कर रहे है.
प्राधिकरण की स्वीकृत के बिना ही किया गया था निर्माण
वीडीए की ओर से कहा गया कि, उक्त दोनों अनाधिकृत होटल भवनों में प्लाटों को अनधिकृत रूप से जोड़कर बिना व्यावसायिक मानचित्र / होटल मानचित्र वाराणसी विकास प्राधिकरण से स्वीकृत कराये निर्माण किया गया था, जो वाराणसी महायोजना-2031 के नियत भू-प्रयोग के खिलाफ अनधिकृत रूप से निर्माण करने एवं वरूणा नदी के ग्रीन बेल्ट से भी प्रभावित होने के कारण किसी भी रूप में शमनीय नहीं है, इसके अलावा वीडीए, प्रशासन एवं अन्य समस्त विभागों द्वारा होटल संचालकों को विगत 1 सप्ताह से नोटिस व पत्रों के माध्यम से संचालन बंद करने को कहा जा रहा था जिसका संचालंकर्ताओं द्वारा पालन नहीं किया गया. 8 साल पहले भी होटल को सील किया गया था. इसके बावजूद होटल ने कंस्ट्रक्शन जारी रखा. यात्रियों की बुकिंग भी लेता रहा, इसलिए अब होटल गिराने की कार्रवाई हो रही है.