नव चयनित लेखपालों को सीएम योगी ने बांटे नियुक्ति पत्र ,दिया सेवा करने का मूल मंत्र

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लखनऊ: प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने आज लोकभावन में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा आयोग द्वारा नव चयनित लेखपालों को नियुक्ति पत्र बांटे. लोक भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने 7720 नव नियुक्त लेखपालों को अपने हाथ से नियुक्त पत्र बांटते हुए उन्हें उज्जवल कार्यकाल और पारदर्शिता के साथ जनता की सेवा करने का मूल मंत्र भी दिया.

7 वर्षों से नियुक्ति प्रक्रिया निष्पक्ष – योगी

लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र बांटते हुए सीएम योगी ने कहा की प्रदेश में अब पिछले सात साल से नियुक्ति प्रक्रिया निष्पक्ष चल रही है. इसकी वजह से 6 लाख से ज्यादा युवा प्रदेश के उन्नति में सहयोग दे रहे हैं. पुलिस विभाग ने ही अकेले 1 लाख 55 हजार युवा भर्ती किये.

चाचा भतीजे करते थे वसूली…

मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 से पहले भर्ती प्रक्रिया में होल थे, एक परिवार आपस में जिले बांट लेते थे. चाचा भतीजे वसूली में निकल जाते थे, लेकिन आज नियुक्ति प्रक्रिया में निष्पक्षता से युवाओं में विश्वास आया है. युवाओं का विश्वास ही हमारी ताकत है.

गुर्गों और दलालों के जेब में जाता था पैसा

मुख्यमंत्री ने कहा कि ये वही प्रदेश है जब यहां का युवा बाहर जाता था तो पहले ही छांट दिया जाता था लेकिन आज युवा का सम्मान होता है. लोग समझ गए हैं ये नया उत्तर प्रदेश है. नए युवा हैं. पहले की सरकारों की नीयत साफ नहीं थी. भाई-भतीजावाद हावी होता था. कोर्ट से स्टे होते थे. पैसा सरकार के गुर्गों और दलालों की जेब में जाता था.

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देश में यूपी की दूसरी अर्थव्यवस्था…

मुख्यमंत्री योगी ने आगे कहा कि, “प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना सब यहां जमीन पर है. आज उत्तर प्रदेश देश की दूसरा अर्थ व्यवस्था बन चुका है. वहीं, पहले उत्तर प्रदेश के युवा कहीं जाता था तो उसको किनारे कर दिया जाता था. एक समय था जब आजमगढ़ से युवा आता था तो उसको धर्मशाला और होटल तक नहीं मिलते थे. मगर अब नौकरियां मिल रही हैं. इससे पहले लोगों को नियुक्तियां नहीं मिल पाती थी क्योंकि भेदभाव होता था. नियुक्तियों के लिए पैसे वसूले जाते थे. मगर अब युवाओं से कुछ लिया नहीं जाता बल्कि उनको सरकार के तरफ से निस्वार्थ भाव से नौकरियां दी जाती है. बता दें, इन लेखपालों का चयन उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से हुआ है.

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