भारी बारिश की चेतावनी, 10 जिलों में अलर्ट जारी…
देश के कई हिस्सों में भारी वर्षा के बाद धीमी पड़ी मानसून की रफ्तार के फिर से तेजी पकड़ने संभावना है. ऐसे में मौसम विभाग ने पहाड़ों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. वहीं दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है. इसके अलावा उत्तराखण्ड के कुमाऊँ क्षेत्र में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट भी जारी किया गया है.
दूसरी ओर देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और पौड़ी जिलों के लिए आरेंज अलर्ट , जबकि उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रपयाग जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है. बरसात के दौरान कहीं-कहीं हल्के से मध्यम भूस्खलन के साथ-साथ चट्टानों के गिरने की भी आशंका जताई गई है. वहीं बात करें उत्तर प्रदेश की तो, पिछले चार या पांच दिनों से प्रदेश में रुक-रुककर लगातार बारिश हो रही है.
यूपी के 10 जिलों में जारी किया गया अलर्ट
शुक्रवार को भारी बारिश के आसार के चलते मौसम विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के करीब 10 जिलों में अलर्ट जारी किया है. वहीं 40 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश के साथ गरज और वज्रपात की आशंका जताई गयी है. इसके साथ ही बिहार के उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पूर्व क्षेत्रों में वज्रपात और मेघ गर्जन की संभावना है. उधर बारिश की चेतावनी बिहार के शिवहर, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, समस्तीपुर और सुपौल में दी गई है.
उत्तराखंड में मुसीबत बनी बारिश
गुरुवार को हरियाणा के अंबाला, नूंह, भिवानी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, फतेहाबाद और हिसार में भारी वर्षा हुई. वहीं राजस्थान में लगातार दो दिन की बारिश ने तीन लोगों की जान ले ली है. जबकि उत्तराखंड में लगातार वर्षा से दुश्वारियां बढ़ी हैं. पहाड़ों में भूस्खलन और बरसाती गदेरों (नदी, नालों व झरनों) के उफान के कारण बहुत से महत्वपूर्ण मार्ग बंद हैं. नदियों के रौद्र रूप से आसपास की बस्तियों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.
इसके चलते बदरीनाथ राजमार्ग लगभग दो घंटे तक अवरुद्ध रहा. चीड़वासा नाला उत्तरकाशी के गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में उफान पर आने से अस्थाई पुलिया बह गई. पुलिया हादसे में दो कांवड़ यात्री भी बह गए, जो दिल्ली के बताए जा रहे हैं. इसके अलावा पुलिया बहने और ट्रेक अवरूद्ध होने से गोमुख इलाके में करीब 35 पर्यटक फंस गए हैं. इन्हें निकालने की कवायद में प्रशासन के लोग जुटे हैं.
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हिमाचल में 115 मार्ग बाधित
पिथौरागढ़ से निजी कार और बाइक से आदि कैलाश गए 35 यात्री तीन दिन से तवाघाट में फंसे हुए हैं. वहीं पिछले चार दिन से चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट मार्ग बंद है. मलबा आने से राज्य में 70 से अधिक संपर्क मार्ग बंद हैं. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने 115 सड़कों को आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है. दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर की हालत कुछ अलग है. बीते गुरुवार को तड़के जम्मू में भारी बारिश हुई थी. वहीं आज यानी शुक्रवार को भी बारिश होने की संभावना है. इसके विपरीत, कश्मीर में गर्मी भी अपने चरम सीमा पर है. कश्मीर का अधिकांश हिस्सा जम्मू जिले से भी अधिक गर्म है.