राम मंदिर के मुख्य पुजारी का दावा, बारिश में टपक रही रामलला की छत
सोशल मीडिया पर लोग कार्यदायी संस्थाओं के निर्माण कार्य और सरकार की करने लगे खिंचाई
अयोध्या भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर के प्रमुख केंद्र 500 वर्षों के संघर्ष और लम्बे समय के विवाद के बाद रामलला का भव्य मंदिर तैयार हुआ. अब रामलला देश के करोड़ों लोगों के लिए आस्था का केंद्र बन चुका है. लेकिन अब रामलला के मंदिर को लेकर कुछ सवाल उठाए जा रहे हैं.
प्री मॉनसून में ही टपकी रामलला की छत…
बता दें कि अभी देश और प्रदेश में पूरी तरह से मानसून सक्रिय भी नहीं हुआ है कि प्री मानसून की बारिश में रामलला के ऊपर की छत से पानी टपक रहा है. मंदिर की इस घटना ने सबको हैरान कर दिया है. साथ ही निर्माण कार्य को लेकर लम्बे-चौड़े दावों पर भी सवाल खड़े हो गये हैं. मंदिर की छत से पानी टपकने का दवा हमारी तरफ से नही बल्कि मंदिर के मुख्या पुरजी सतेंद्र दास जी की तरफ से किया जा रहा है. अब सवाल यह उठता है कि मंदिर निर्माण में भी लापरवाही की गई है?…
निर्माण कार्य में लापरवाही हुई – सतेंद्र दास
मंदिर के मुख्य पुजारी सतेंद्र दास महाराज ने कहा कि निर्माण कार्य में लापरवाही हुई है. यह गलत है. पहली बारिश में ही गर्भगृह में पानी टपक रहा था, जिसे ठीक किया गया था. अब जहां गर्भगृह के सामने दर्शनस्थल पर पुजारी बैठते हैं और जहां से वीआईपी दर्शन होता है, उस मार्ग पर पानी भर गया था. रात में बारिश हुई और जब सुबह पुजारी भगवान के पूजन के लिए वहां गए तो वहां पर पानी भरा मिला, जिसे कड़ी मस्क्कत के बाद मंदिर परिसर से निकाला गया है.
पहाड़पुर के पत्थरों से हुआ भव्य मंदिर का निर्माण
बता दें कि मंदिर का निर्माण राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के पत्थरों से निर्माण हुआ है. निर्माण कार्य में टाटा कंसल्टेंसी और एलएनटी कंपनी ने निर्माण कराया है, जिसमें देश के नामचीन इंजीनियरों ने अपना योगदान दिया है. लेकिन प्री मानसून की पहली बारिश में ही राम मंदिर निर्माण में लगी हुई कार्यदायी संस्थाओं की बड़ी लापरवाही सामने आई है.
हल्की बारिश ने खोली विकास के दावों की पोल
गौरतलब है कि अभी बारिश पूरी तरह से भी नहीं हुई है. अयोध्या में विकास के लिए सरकार ने बहुत ही उम्दा काम किया है लेकिन अधिकारियों ने क्वालिटी में गिरावट की है जिससे चलते आम जनमानस को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. अयोध्या के विकास को मॉडल बनाने के लिए बना रामपथ हल्की सी बारिश में जगह- जगह धंस गया है और इसके किनारे जलभराव हो गया है.
सावन: काशी से जुड़ेगा बाबा बैद्यनाथ धाम, चलाई जाएगी ट्रेन
दो दिन पूर्व गिरी थी अयोध्या रेलवे धाम की चारदीवारी…
अपाको यह भी बता दें कि, अभी बारिश को लेकर 48 घंटे भी नहीं हुए कि अयोध्या में दूसरा हादसा सामने आया है. कहा जा रहा है कि पहली ही बारिश की मार अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की चारदीवारी नहीं झेल पाई और ढह गई. इसके बाद लोग सोशल मीडिया में जमकर इसका वीडियो और फोटो शेयर कर रहे है और सरकार के साथ- साथ प्रशासन की जमकर खिंचाई कर रहे हैं.