काशी का विद्वत समाज सुनिश्चित करें शत-प्रतिशत मतदानः जेपी नड्डा
अखिल भारतीय ब्राह्मण न्यास परिषद की ओर से आयोजित की गयी लोकमत जागरण विद्वत संगोष्ठी
वाराणसी में अखिल भारतीय ब्राह्मण न्यास परिषद द्वारा सोमवार को लोकमत जागरण विद्वत संगोष्ठी का आयोजन लक्सा स्थित मारवाड़ी समाज भवन में आयोजित किया गया. मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा रहे. उन्होंने कहा कि आज संपूर्ण देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चलाई गई सभी योजनाएं देश के नागरिक की सुरक्षा गारंटी हैं.
जेपी नड्डा ने आगे कहा कि आज भारत विकास के सभी क्षेत्रों में विश्व समुदाय का मार्गदर्शन कर रहा है. एक समय था जब तकनीक से लेकर आधारभूत सुविधाओं तक हम दुनिया के अन्य देशों पर निर्भर हुआ करते थे, परंतु वर्ष 2014 के बाद से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में की गई संचार क्रांति, तकनीक क्रांति, डिजिटल क्रांति और सामाजिक क्रांति का परिणाम है कि भारत सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है. आने वाले कुछ ही वर्षों में यह दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित होगा.
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विपक्षियों का भारत के विकास से कोई लेना-देना नहीं
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अन्य राजनीतिक दलों का भारत के विकास से कोई लेना-देना नहीं है. इसलिए उन्हें उनके हाल पर छोड़ देना चाहिए. हमें एक सशक्त व मजबूत लोकतंत्र की दिशा में आगे बढ़ते हुए मतदान को मजबूत आधार बनाना है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार को तीसरी बार अभूतपूर्व बहुमत दिलाना है. भारत को विकास के पथ पर सतत अग्रसर करने वाले पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में आप सभी सशक्त लोकमत का निर्माण करते हुए मतदान की भागीदारी को बढ़ाने का प्रयास करें.
विद्वत समुदाय से शत-प्रतिशत मतदान की अपील
अध्यक्षता पद्मश्री डॉक्टर के.के. त्रिपाठी ने की. विशिष्ट अतिथि के रूप में काशी क्षेत्र लोकसभा के प्रभारी सतीश द्विवेदी, शहर दक्षिणी के विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी व अखिल भारतीय ब्राह्मण न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा उपस्थित थे. पद्मश्री डॉ. के के त्रिपाठी ने उपस्थित विद्वत समुदाय से शत- प्रतिशत मतदान करने की अपील की. वैदिक मंगलाचरण प्रोफेसर पतंजलि मिश्र और पौराणिक मंगलाचरण प्रोफेसर शंकर मिश्रा ने प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में न्यास के अध्यक्ष पं. प्रमोद मिश्रा, प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी, पद्मश्री पंडित शिवनाथ मिश्र, पदमश्री पंडित रजनीकांत द्विवेदी, सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा, प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा, पंडित विष्णुपति त्रिपाठी, सतीश चंद्र मिश्रा, संदीप चतुर्वेदी, विनय तिवारी, प्रो. उपेंद्र त्रिपाठी, प्रो. उपेंद्र पांडेय, प्रो. अरविंद जोशी, प्रो. विनय पांडेय, मंजू मिश्र, प्रो. संध्या ओझा, डा. स्वाती एस मिश्र, प्रो. माधव जनार्दन, डॉक्टर शशिकांत दीक्षित, प्रो. हरी प्रसाद दीक्षित, पवन शुक्ला, डा. जयनाथ्ा मिश्रा आदि रहे. संचालन डॉ. सुनील कुमार मिश्रा व धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर बृजभूषण ओझा ने किया.