जानें क्या है स्मिशिंग अटैक, इससे कैसे करें बचाव ?

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जितने बचाव के तरीके इजाद किए जा रहे हैं, उसी के साथ ही अपराधी भी समय के साथ चालाक होते जा रहे हैं. वर्तमान समय में लोगों पर ऑनलाइन अपराध का बहुत अधिक खतरा मंडरा रहा है. आज साइबर अपराधी बैंक ग्राहकों के साथ स्मिशिंग हमलों के जरिए ठगी को अंजाम देने का काम कर रहे हैं, अब बैंकों के ग्राहकों को धोखा देने के लिए स्मिशिंग नामक फिशिंग हमला किया जा रहा है. यदि आपके पास बैंक अकाउंट है, तो आपको इस तरह के घोटाले से बचने के लिए इसके बारे में जानना बहुत महत्वपूर्ण है. आइए जानते हैं स्मिशिंग अटैक क्या है ? आपका बैंक खाता खाली करने के लिए धोखेबाज इसका उपयोग कैसे करते हैं? आखिर इससे कैसे बचा जा सकता है….

क्या है स्मिशिंग अटैक ?

स्मिशिंग अटैक एक तरह की ठगी की प्रक्रिया है, जिसमें आपको एक संवेदनशील डेटा या आपकी मेहनत की कमाई को शेयर करने के लिए धोखाधड़ी से भरा एसएमएस भेजा जाता है. सैट्रिक्स साइबर सुरक्षा कंपनी के संस्थापक और प्रबंध निदेशक सचिन गज्जार कहते है कि, “स्मिशिंग, साइबर हमले का एक रूप, एसएमएस और फ़िशिंग को जोड़ता है. यह पीड़ितों को संवेदनशील जानकारी देकर हेरफेर करने के लिए टेक्स्ट मैसेजिंग का लाभ उठाता है. यह सोशल इंजीनियरिंग रणनीति मानवीय विश्वास और भावनाओं के साथ-साथ तात्कालिकता की भावना का भी शिकार करती है और संभावित पीड़ितों के निर्णय लेने को प्रभावित करते हैं.”

स्मिशिंग अटैक ऐसे करता है काम ?

धोखेबाज बैंकों, क्रेडिट कार्ड कंपनियों या यहां तक कि सरकारी निकायों से छिपे हुए टेक्स्ट मैसेज भेजते हैं. इन मैसेजों में अक्सर एक लिंक होता है जो वास्तविक वेबसाइट की तरह दिखने वाली एक नकली वेबसाइट की ओर ले जाता है. धोखेबाज नकली वेबसाइटों पर व्यक्तिगत जानकारी (जैसे पासवर्ड और क्रेडिट कार्ड डिटेल) चुरा लेते हैं. विशेष परिस्थितियों में टेक्स्ट मैसेज में गलत सामग्री हो सकती है. यह अटैचमेंट खोलने से आपके डिवाइस पर मैलवेयर इंस्टॉल हो सकता है.

मेल की अपेक्षा मेसेज का ज्यादा सुरक्षित माना जाता है, जिसकी वजह से लोगों मैसेज में आई लिंक या अटैचमैंच आसानी से क्लिक कर देते हैं और इससे ठगी की संभावना अधिक बढ जाती है. यह भी एक बात है कि, लोग मैसेज तुरंत पढते हैं, जिससे उनकी वैधता पर सवाल उठाने का समय कम होता है. स्मिशिंग स्कैम अधिक गंभीर हो रहे हैं, जिससे असली और नकली मैसेज को पहचान करना मुश्किल हो गया है. यही वजह है कि, स्मिशिंग अटैक ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है.

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स्मिशिंग अटैक से कैसे करें बचाव ?

कभी भी किसी अज्ञात टेक्स्ट मैसेज के लिंक पर क्लिक न करें या अटैचमेंट न खोलें. तात्कालिकता या दबाव वाले मैसेज से सावधान रहे. यदि आपको किसी विश्वसनीय स्रोत से मैसेज मिलता है, तो सीधे भेजने वाले की संपर्क साधने का प्रयास करें. अज्ञात वेबसाइटों पर अपने व्यक्तिगत विवरणों को डालने से बचें. एक सुरक्षा ऐप का उपयोग करें जो गलत कामों को पहचानकर उन्हें रोकता है,स्मिशिंग अटैक के प्रयासों को ब्लॉक करें.

 

 

 

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