UP Crime: लखनऊ में दो गुटों के विवाद में चली गोलियां, एक की मौत
आपसी रंजिश का मामला, पूर्व ब्लॉक प्रमुख की हालत नाजुक
UP Crime: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र के तेज किशन खेड़ा गांव में शुक्रवार देर रात दो गुटों के विवाद में ताबड़तोड़ गोलियां चलने एक वृद्ध की मौत हो गई जबकि पूर्व ब्लातक प्रमुख समेत तीन लोग घायल हो गए. इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है, वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने वारदात की पड़ताल शुरू कर दी, इसके साथ ही पुलिस ने गोली लगने से जख्मी हुए लोगों को तत्काल प्रभाव से अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया, जिसमें पूर्व ब्लॉक प्रमुख की हालत नाजुक बनी हुई है. पुलिस ने मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया.
आपसी रंजिश में हुआ हमला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की रात काकोरी के तेज किशन खेड़ा गांव में रामकुमार लोधी के बेटे संदीप का तिलक समारोह था, जिसमें बहुत से लोग शामिल हुए थे. इस दौरान गांव के अनंत यादव (60 वर्ष), उनके भाई जयकरण यादव, अमित और भाजपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम विलास रावत भी तिलक समारोह में शामिल होने पहुंचे थे.
ऐसे में रात 10 बजे तिलक समारोह से निकलते ही गांव के मोनू रावत, उसका भाई अखिलेश, रिंकू लोधी, बबलू लोधी, ज्ञानी लोधी और श्रीकृष्ण रावत ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी, इस हमले में राम विलास, जयकरण, अनंत और अमित गोलियां लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हे आनन – फानन में अस्पताल भेजा गया. वही अनंत यादव की मौके पर ही मौत हो गई. वही ब्लॉक प्रमुख की हालत नाजुक बनी हुई है, बताया जा रहा है कि, उनके पेट और कमर पर गोली लगी है.
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पुलिस ने दी ये जानकारी
पुलिस का कहना है कि, पूर्व ब्लॉक प्रमुख की पत्नी भी प्रधान रही है, राम विलास और आरोपी मोनू रावत पहले अच्छे दोस्त थे, लेकिन जब मोनू रावत ने पंचायत चुनाव में दूसरे प्रत्याशी का समर्थन किया तो, दोनों के बीच रंजिश बढ़ गई और दोनों एक दूसरे पर घृणा करने लगे. यही कारण था कि मोनू रावत ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम विलास को जमकर लताड़ लगाई थी. आरोपी मोनू रावत केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर का पीए भी रह चुका है. हालांकि, उसे संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने की वजह से पहले ही निकाल दिया गया था.