Gonda: भाजपा सांसद और सपा प्रत्याशी पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप, केस दर्ज
Gonda: भाजपा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह और सपा प्रत्याशी श्रेया वर्मा पर बुधवार को आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. दोनों प्रत्याशी गोंडा संसदीय सीट पर आमने-सामने हैं. भाजपा और सपा उम्मीदवार पर जनसभाओं और बिना अनुमति के विज्ञापनों का आरोप लगाया गया है. यह निर्णय जिले की मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी समिति ने लिया है.
इस मामले की जानकारी देते हुए फ्लाइंग स्क्वायड टीम (FST) के प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि, ” तीन अप्रैल दोपहर ढाई बजे बिना अनुमति के भाजपा प्रत्याशी कीर्तिवर्धन सिंह ने मसकनवा फार्म हाउस पर कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों की बैठक की. शिकायत के आधार पर उच्चाधिकारियों ने संज्ञान लेकर एफआईआर के निर्देश दिए.” प्रभारी निरीक्षक कृष्ण गोपाल राय ने बताया कि, ”कीर्तिवर्धन सिंह के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है.”
बिना अनुमति जनसभा करने का लगा आरोप
वहीं एफएसटी प्रभारी उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. जावेद आलम ने भी सपा प्रत्याशी श्रेया वर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. उनका दावा है कि बिना अनुमति के श्रेया वर्मा द्वारा सात अप्रैल को मेहनौन विधानसभा के ग्राम राजापुर रेतवागाड़ा में जनसभा की गई थी. इसके साथ ही मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी समिति ने इसे मंजूर नहीं किया. यह भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का सीधा उल्लंघन है. इसको लेकर डा. जावेद ने बताया कि, ” धानेपुर थाने में प्रार्थना पत्र दिया गया”. प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश शुक्ल ने बताया कि, ”आचार संहिता उल्लंघन समेत गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है, जनसभा से संबंधित साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं”
एप के माध्यम से दर्ज हुई शिकायत
चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता लागू किए जाने का प्रावधान है. ऐसे में यदि कोई इस आचार संहिता का उल्लंघन करता है तो कोई भी व्यक्ति ऐप के माध्यम से या सी-विजिल पोर्टल आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत कर सकता है. अगर कोई वाहन, झंडे, बैनर, पोस्टर, जनसभा, रैली या जुलूस द्वारा बिना अनुमति के प्रचार कर रहा है, तो आप इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
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आचार संहिता उल्लंघन करने वाले पर होगी सख्त कार्रवाई
इसको लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा शर्मा ने कहा है कि, ” एमसीएमसी के सदस्य लगातार निगरानी कर रहे हैं. सोशल मीडिया समेत जनसभा व राजनीतिक दलों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन की विस्तृत जानकारी दे दी गई है. सभी अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं. आचार संहिता का उल्लंघन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’