नए साल पर इसरो ने रचा इतिहास, XPOSAT किया लांच

ब्लैक होल" की रहस्यमय दुनिया का अध्यन करेगा.

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हरिकोटा: ISRO ने आज नववर्ष के दिन ही इतिहास रच दिया है. ISRO ने आज XPOSAT Mission लांच कर दिया है. खास बात यह है की यह भारत का पहला पोलरिमेटर मिशन है. भारत से पहले नासा ने 2021 में इमेजिंग एक्स-रे पोलारिमेट्री एक्सप्लोरर लांच किया था. उस मिशन के बाद यह दुनिया का दूसरा मिशन है जहां केवल भारत के नहीं बल्कि दुनिया भर की नजरें टिकी हुई है. यह मिशन इसलिए भी खास है कि XPOSAT Mission न केवल सोर्सेस का पता लगाएगा बल्कि ” ब्लैक होल” की रहस्यमय दुनिया का अध्यन करने में मदद करेगा.

XPOsat हुआ लांच

इसरो के इस मिशन का मकसद 650 किलोमीटर ऊंचाई पर तैनात होने वाला यह सैटेलाइट 50 सबसे ज्यादा चमकने वाले स्तोत्रों पर स्टडी करेगा. 9.5 करोड़ की लागत वाले इस मिशन में दो पेलोड़ पोलिक्स और एक्सपेक्ट शामिल हैं. इसे रमन रिसर्च इंस्टिट्यूट और UR राव सैटेलाइट सेंटर ने मिलकर बनाया है. इसे PSLV रॉकेट से भेजा जाएगा जो अभी तक 59 उड़ानें भर चुका है और यह 60वीं उड़ान होगी.

पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित होगा सैटेलाइट

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने 2021 में ‘इमेजिंग एक्स-रे पोलेरिमीटरी एक्सप्लोरर’ (IXPE) नाम से मिशन लॉन्च किया था. इसके जरिए वर्तमान में ब्लैक होल समेत अंतरिक्ष में मौजूद अन्य चीजों की स्टडी हो रही है. एक्सपोसैट को पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया है. पीएसएलवी रॉकेट के जरिए एक्सपोसैट सैटेलाइट को अंतरिक्ष में भेजा गया है. ये सैटेलाइट पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित किया जाएगा, जहां से पृथ्वी की दूरी 650 किमी है.

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एक्सपोसैट मिशन का क्या मकसद है?

मिशन के विजन के बारे में बात करते हुए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे के एस्ट्रोफिजिसिस्ट डॉ. वरुण भालेराव ने कहा, नासा के 2021 के इमेजिंग एक्स-रे पोलेरिमीटरी एक्सप्लोरर या IXPE नामक मिशन के बाद ये अपनी तरह का दूसरा मिशन है. ये मिशन मर चुके तारों को समझने की कोशिश करेगा. एक्स-रे फोटोन और पोलराइजेशन की मदद से एक्सपोसैट ब्लैक होल और न्यूट्रॉन सितारों के पास रेडिएशन की स्टडी करेगा.

डॉ. वरुण भालेराव ने बताया कि ब्लैक होल ब्रह्मांण में मौजूद ऐसा ऑब्जेक्ट है, जिसका सबसे ज्यादा गुरुत्वाकर्षण बल होता है, जबकि न्यूट्रॉन सितारों का घनत्व सबसे ज्यादा होता है. भारत अपने इस मिशन के जरिए ब्रह्मांण के सबसे अनोखे रहस्यों को उजागर करने की कोशिश करेगा. एक्सपोसैट के अलावा भारतीय स्पेस एजेंसी ने POEM नाम के मॉड्यूल को भी स्पेस में भेजा है.

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