संसद में हंगामा करने पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन समेत कई निलंबित
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को भी निलंबित
नई दिल्ली: देश के लोकतांत्रित मंदिर में हुई सुरक्षा चूक मामले में लगातार कार्यवाही का दौरे जारी है. वहीँ, संसद में सुरक्षा के चूक मामले को लेकर विपक्षी दलों का विरोध प्रदर्शन जारी है. बता दें कि स्पीकर ओम बिरला के मना करने के बावजूद हंगामा करने पर विपक्षी दल के सांसदों पर कार्रवाई हो रही है. इसी बीच आज एक बार फिर 33 सांसदों पर कार्यवाही हुई है. खास बात यह भी है कि इस दौरान हंगामे के कारण लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को भी निलंबित कर दिया गया है. इतना ही नहीं अब ज्यादातर सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किया गया है.
14 सांसद पहले से निलंबित-
आपको बता दें कि इससे पहले भी 14 सांसदों को भी निलंबित किया जा चुका है. इससे पहले भी लोकसभा से 13 और राज्यसभा से 1 सांसद को निलंबित किया जा चुका है. इस हिसाब से निलंबित सांसदों की कुल संख्या 47 पहुंच गई है. इन सभी पर सदन की कार्यवाही बाधित करने और आसन की अवमानना करने का आरोप है.
जानें क्या है निलंबन का कारण-
गौरतलब है कि आज संसद से कुल 33 लोकसभा सांसदों को सोमवार को संसद से निलंबित किया गया है. इनमें सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, डीएमके सांसद टीआर बालू और दयानिधि मारन और टीएमसी के सौगत रॉय शामिल हैं। 30 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र और 3 सांसदों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया है. के जयकुमार, विजय वसंत और अब्दुल खालिक, नारे लगाने के लिए अध्यक्ष के आसन पर चढ़ गए थे. सभापति द्वारा नामित किए जाने के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने निलंबन के संबंध में एक प्रस्ताव पेश किया और इसे ध्वनि मत से पारित कर दिया गया. इसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई है.
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सरकार अत्याचार कर रही- अधीर रंजन
लोकसभा से अपने निलंबन पर लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मेरे समेत सभी नेताओं को निलंबित कर दिया गया है. हम कई दिनों से मांग कर रहे हैं कि हमारे जिन सांसदों को पहले निलंबित किया गया था उन्हें बहाल किया जाए और गृह मंत्री आएं सदन में जाकर बयान दें. अधीर ने कहा कि गृह मंत्री रोज टीवी पर बयान देते हैं. संसद की सुरक्षा के लिए सरकार क्या कर रही है, इस पर वो थोड़ा संसद में भी बोल सकते हैं. आज की सरकार अत्याचार ऊंचाई पर पहुंच गई है, हम सिर्फ चर्चा चाहते थे.