बिपरजॉय : अंधेरे में डूबे सौराष्ट्र-कच्छ के 200 गांव, श्रद्धालुओं के लिए बंद हुआ द्वारिकाधीश मंदिर

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आज 15 जून को तबाही मचाने वाला बिपरजॉय चक्रवात गुजरता के तट से टकराने वाला है। अब जखाऊ पोर्ट से बिपरजॉय केवल 180 किलोमीटर ही दूर है। यानी अब सौराष्ट्र-कच्छ में खतरा काफी करीब आ पहुंचा है। खतरे से बचने के लिए द्वारकाधीश मंदिर को आज से श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है। चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर अधिकारियों ने जानकारी दी कि अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर गुजरात के तटीय क्षेत्रों से लगभग 50,000 लोगों को स्थानांतरित कर दिया है और राहत और बचाव के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है। इसी बीच बिपरजॉय के लैंडफॉल से पहले मांडवी में तेज बारिश शुरू हो गई है। इसी जिससे सौराष्ट्र-कच्छ के 200 गांवों में बत्ती गुल हो गई है। अब इन गांवों में अंधेरा छा गया है।

जखाऊ पोर्ट से 180 किमी दूर है बिपरजॉय

मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय सौराष्ट्र, कच्छ की तरफ बढ़ रहा है। यह जखाऊ से करीब 180 किमी की दूरी पर है। इसकी हवाओं की रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटा है। यह अति गंभीर चक्रवाती तूफान है। इसकी वजह से पेड़, छोटे मकान, मिट्टी के घर, टिन के घरों को नुकसान हो सकता है। बिपरजॉय के गुजरात में शाम पांच बजे लैंडफॉल करने की संभावना है। बिपरजॉय जखाऊ पोर्ट से लगभग 180 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में, देवभूमि द्वारका से 210 किमी पश्चिम में, नलिया से 210 किमी पश्चिम-दक्षिण में है।

द्वारकाधाश मंदिर आज रहेगा बंद

चक्रवात बिपरजॉय से एहतियात के तौर पर तट से जुड़े 75 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। 76 से ज्यादा ट्रेनें रद्द की गई हैं। लोगों को घरों से बाहर ना निकलने की सलाह दी गई है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें तैनात की गई हैं। राज्य और केंद्र सरकार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। आज चक्रवात बिपरजॉय की वजह से द्वारकाधीश मंदिर को आज श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है।

442 निचले गांवों में आई बाढ़ 

वहीं, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के उप महानिरीक्षक मोहसिन शहीदी ने किए जा रहे इंतजामों पर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिनों के अंदर गुजरात के तटीय इलाकों से 74 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। अनुमान है कि तूफान के चलते 8 जिलों के 442 निचले गांव बाढ़-बारिश से प्रभावित हो सकते हैं। गुजरात के द्वारका में चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है। समुद्र में तेज हवा के प्रभाव के कारण ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। गुजरात के द्वारका के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं। चक्रवात बिपरजॉय आज शाम गुजरात तट पर पहुंचेगा। चक्रवात के कारण आज द्वारका में भारी बारिश की संभावना है।

कच्छ में महसूस हुए भूकंप के झटके

तूफान की चेतावनी के बीच कच्छ में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.5 रही। गुजरात के कच्छ में बुधवार शाम 5:05 बजे यह भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र बिंदु बचाव से 5 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में रहा। इससे पहले शाम 4:15 बजे करीब जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ इलाके में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप के झटके की तीव्रता 3.4 रही थी।

प्रभावित इलाकों में तैनात टीमें

गुजरात के कच्छ से 46 हजार लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। कच्छ में एनडीआरएफ की 6, आरपीएफ की 3, एसडीआरएफ की 2 टीमें तैनात हैं। आर्मी को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है। अभी तक 74 हजार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है। बिपरजॉय के चलते नेवी के चार जहाज स्टैंडबाय पर हैं। इसके अलावा पोरबंदर और ओखा में पांच-पांच राहत दल और वलसुरा में 15 राहत दल तैयार हैं। गोवा में आईएनएस हंसा और मुंबई में आईएनएस शिकरा तैनात की गई हैं।

200 गांवों में गिरे 12 हजार बिजली के खंभे 

बिपरजॉय चक्रवात के आने से पहले ही तटीय क्षेत्रों में चक्रवात का प्रभाव शुरू हो गया है। चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव के कारण 12020 बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जामनगर ग्रामीण क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। कच्छ के 200 गांवों की बत्ती ठप्प कर दी गई है। सावधानी के तौर पर सौराष्ट्र के कच्छ के 65 गांवों में बिजली कटौती की गई है।

 

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