गौतम अडानी ने 2 बार दिया मौत को चकमा, क्या आर्थिक मुसीबतों से निकल पाएंगे बाहर? जानें अडानी से जुड़ी आज की 2 बड़ी खबरें
एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी पर इन दिनों संकट के काले बादल छाये हुए हैं. गुरुवार को अडानी की नेटवर्थ में एक बार फिर बड़ी गिरावट आई और वे अरबपतियों की लिस्ट में खिसककर सीधे 16वें नंबर पर पहुंच गए. बीते 24 जनवरी को अडानी ग्रुप को लेकर अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट पब्लिश की थी, जिसमें ग्रुप पर कर्ज को लेकर भी दावे किए गए थे. मगर, क्या आपको पता है कि आर्थिक हेरफेर में फंसे गौतम अडानी 2 बार मौत को चकमा भी दे चुके हैं. अगर नहीं तो हम आपको गौतम अडानी के इस विवाद से जुड़ी पूरी कहानी बताएंगे.
1. बदमाशों ने किया था गौतम अडानी का अपहरण…
वर्ष 1997 में गौतम अडानी एक उभरते हुए एंटरप्रेन्योर थे और देश भी में उनका कारोबार काफी तेजी से फैल रहा था. इस दौरान बदमाशों ने गौतम अडानी का अपहरण किया था. बदमाशों ने उनको छोड़ने के एवज में करीब 11 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. उनके साथ कारोबारी शांतिलाल पटेल का भी अपहरण हुआ था. ये दोनों कर्णावती क्लब से अपनी कार से मोहम्मदपुरा रोड की ओर निकले थे और रास्ते में एक स्कूटर द्वारा जबरन उनकी गाड़ी रुकवा ली गई थी. इसके बाद एक वैन से काफी बदमाश आए और दोनों का अपहरण कर उन्हें अनजान जगह पर ले जाया गया था.
हालांकि, किसी तरह उन दोनों को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से निकाला गया था. इस मामले में पुलिस ने 1 जनवरी, 1998 को चार्जशीट फाइल की थी. इस मामले को लेकर लंदन में गौतम से सवाल पूछा गया था, जिसे उन्होंने टाल दिया था. बताया जाता है कि अपहरण के पीछे अंडरवर्ल्ड डॉन फजल उर्रहमान उर्फ फजलू रहमान का हाथ था.
2. गौतम अडानी को आतंकवादियों ने बनाया था बंधक…
वर्ष 2008 में गौतम अडानी को आतंकवादियों ने बंधक बना लिया था. दरअसल, 26 नवंबर, 2008 को गौतम अडानी डिनर करने के लिए ताज होटल गए थे. वैदर क्राफ्ट रेस्टोरेंट में दुबई पोर्ट के सीईओ मोहम्मद शराफ के साथ गौतम अडानी खाना खा रहे थे. इस दौरान ताज होटल में आतंकवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर हमला कर दिया था. इस फायरिंग में 160 लोगों की मौत हुई थी. गौतम अडानी ऊंचाई पर बैठे थे, इसलिए उन्होंने साफ-साफ देखा था कि आतंकवादी स्वीमिंग पूल और लिफ्ट की तरफ लगातार फायरिंग कर रहे थे.
हालांकि, किसी तरह से होटल स्टाफ ने अंदर फंसे लोगों की मदद की थी और एक-एक करके कुछ लोगों को बेसमेंट में ले जाया गया था, जिसमें गौतम अडानी भी शामिल थे. बेसमेंट में जब लोगों को घुटन महसूस हुई तब उन्हें एक फ्लोर ऊपर ताज चैंबर में ले जाया गया था.
एक साक्षात्कार में गौतम अडानी ने इस घटना के बारे में बताया था कि उस वक्त उनके साथ 100 से ज्यादा लोग फंसे थे. सभी जान बचने के लिए प्रार्थना कर रहे थे. अडानी ने बताया कि उस वक्त वो अपने परिवार, अपने ड्राइवर और कमांडो से भी बात कर रहे थे, जो होटल के बाहर कार में थे. 26 नवंबर की पूरी रात अडानी ने ताज होटल के चैंबर में गुजारी थी और अगले दिन की सुबह करीब 08:45 बजे सुरक्षा बलों ने उन्हें बाहर निकाला था. 27 नवंबर को वह अपने प्राइवेट एयरक्राफ्ट से अहमदाबाद निकल गए थे. उन्होंने कहा था कि मैंने 15 फीट की दूरी से मौत को देखा है.
गौतम अडानी से जुड़ी आज की दो बड़ी खबरें…
1. देश भर के बैंकों से भारतीय रिजर्व बैंक ने अडानी ग्रुप में उनके एक्पोजर की जानकारी मांगी है. सरकार और बैंकिंग क्षेत्र के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि केंद्रीय बैंक ने विभिन्न घरेलू बैंकों से अडानी ग्रुप में उनके निवेश और ऋणों के के बारे में जानकारी देने को कहा है. भारतीय रिजर्व बैंक ने यह कदम वर्तमान में जारी अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट के बाद लिया है.
2. बीते बुधवार रात को अडानी एंटरप्राइजेज ने अपने 20 हजार करोड़ रुपये के एफपीओ को वापस लेने का ऐलान किया. इसके साथ अडानी ग्रुप की तरफ से निवेशकों का पैसा लौटाने की घोषणा भी की गई. गौतम अडानी ने खुद वीडियो संदेश में इस ऐलान को लेकर दिखाई दिए हैं.
अडानी ने अपने बयान में कहा कि पूरी तरह से सब्सक्राइब्ड एफपीओ के बाद कल इसे वापस लेने के फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया होगा. लेकिन, कल देखे गए बाजार के उतार-चढ़ाव को देखते हुए बोर्ड ने दृढ़ता से महसूस किया कि एफपीओ के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा.
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