डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोले- बेहतर इलाज से बढ़ रहा मरीजों का भरोसा
यूपी की स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार हो रहा है. ओपीडी से लेकर भर्ती मरीजों का भरोसा सरकारी अस्पतालों पर बढ़ा है. यही वजह है कि अस्पतालों में लगातार मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. प्रदेश में 141 जिला स्तर के अस्पताल हैं. 943 सामुदायिक व 3649 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं. इसके अलावा 25,848 स्वास्थ्य उपकेंद्र, 592 शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन हो रहा है. वहीं, ट्रॉमा सेंटर में भी मरीज भर्ती किए जा रहे हैं.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में एक रुपये के पर्चे पर मरीजों को इलाज मुहैया कराया जा रहा है. मरीज को विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह के साथ दवाएं मुफ्त उपलब्ध कराई जा रही हैं. पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी से संबंधित जांच भी फ्री हो रही हैं. सिटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड व डिजिटल एक्सरे हो रहा है. मरीजों को डायलिसिस फ्री हो रही है. सुविधाएं बढ़ने से मरीजों का रुझान तेजी से सरकारी अस्पतालों की तरफ बढ़ रहा है.
गुणवत्ता पर है जोर…
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि मुफ्त सलाह व जांच तक हम सीमित नहीं है. हमारा मकसद इलाज की गुणवत्ता को बढ़ाना है. लिहाजा कई स्तर पर दवाएं परखी जा रही हैं. पैथोलॉजी जांच की भी निगरानी हो रही है. सरकारी अस्पताल के अधिकारी नियमित निगरानी कर रहे हैं. मैं खुद स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को परखने के लिए अस्पतालों का भ्रमण कर रहा हूं.
बदल रहा नजरिया…
पिछली सरकार में लोग बेहतर इलाज की आस में प्राइवेट अस्पताल व दूसरे प्रदेशों की ओर रुख करते थे. ब्रजेश पाठक ने कहा कि अब मरीजों का नजरिया बदल रहा है, भरोसा बढ़ा है. आयुष्मान, असाध्य रोग, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री राहत कोष से मरीजों को गंभीर बीमारी का इलाज भी मिल रहा है. उन्होंने बताया कि कोविड काल में ओपीडी बंद हो गई है. अब धीरे-धीरे हालात फिर से सामान्य हो रहे हैं.
वर्ष ओपीडी भर्ती मरीज
2017-18 14261846 6632464
2018-19 142040873 6810031
2019-20 151349374 6892511
2020-21 6436038 4562614
2021-22 88811613 5279509
2022-23 (सितंबर तक) 47945843 2510531
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