महाराष्ट्र के अमरावती में हुई 50 वर्षीय दवा कारोबारी उमेश प्रहलादराव कोल्हे की हत्या में बड़ा खुलासा हुआ है. जानकारी के अनुसार, उमेश कोल्हे ने भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में खुद कोई पोस्ट नहीं लिखा था. बल्कि, उन्होंने व्हाट्सऐप ग्रुप में नूपुर से सम्बंधित 4-5 मैसेज को फॉरवर्ड किया था. जिस ग्रुप में उमेश कोल्हे जुड़े थे, उसी में आरोपी युसूफ खान भी जुड़ा था. युसूफ ने उमेश द्वारा किये फॉरवर्ड मैसेज के स्क्रीनशॉट लेकर दूसरे ग्रुपों में वायरल कर दिए थे. इसके बाद ही दवा कारोबारी की हत्या की साजिश रची गई.
आरोपी यूसुफ खान ने ही उमेश कोल्हे की फ़ोटो पहचान के लिए इरफान खान को भेजी थी. इरफान ने उसी फ़ोटो को अपने गुर्गों को भेजा था. इरफान खान का एनजीओ नागपुर में है. जहां से वह उसे ऑपरेट करता है. अमरावती में उसका आना-जाना बेहद कम है. नागपुर में बैठकर उसने उमेश कोल्हे को मारने के लिए अमरावती के लोकल अपराधियों को सुपारी दी थी.
बता दें दवा कारोबारी उमेश कोल्हे की हत्या को अंजाम देने के लिए मास्टरमाइंड इरफान शेख ने दो टीमें बनाई थीं. एक टीम दुकान के सामने रेकी करने के लिए बनी थी. उसे उमेश के दुकान से निकलने की जानकारी देने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उमेश 21 जून की रात को दुकान बंद करके जैसे ही निकले, घंटाघर गली में खड़ी दूसरी टीम को इसकी जानकारी दे दी गई. उमेश के वहां पहुंचते ही हमलावर उन पर टूट पड़े. उन पर चाकुओं से कई वार किए गए.
उधर, अमरावती पुलिस की इंस्पेक्टर नीलिमा अरज ने बताया कि उमेश कोल्हे की हत्या के सिलसिले में अभी तक 7 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. गिरफ्तार लोगों में इरफान और यूसुफ खान भी शामिल हैं. इन सभी से पूछताछ चल रही है. आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा. अभी कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.