ज्ञानवापी मामले पर उठी अखिलेश यादव, असदुद्दीन ओवैसी पर मुकदमे की मांग
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले का ज्ञानवापी मामला एक बार फिर से गरमाया हुआ है. जहां एक तरफ काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में शिवलिंग मिलने का दावा किया जा रहा है तो दूसरी तरफ उसे फव्वारा बताया जा रहा है. इन सबके बीच मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने एक अर्जी दाखिल की गई है, जिसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी समेत 7 नामजद और 2 हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमे की मांग की गई है.
दर्ज केस में कहा है कि वजूखाने में शिवलिंग देखकर करोड़ों हिंदुओं को बहुत दुःख हुआ है. इसके अलावा ज्ञानवापी मामले पर नेताओं की आपत्तिजनक बयानबाजी से भी हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंची है.
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पंचम उज्जवल उपाध्याय की कोर्ट में आवेदन देकर अधिवक्ता हरिशंकर पांडेय ने कहा ‘जहां शिवलिंग मिला है, वहां हाथ-पैर धोना और गन्दा पानी देखकर काशीवासियों समेत पूरे देश का ह्रदय पीड़ा से भर गया है. इसके अलावा अखिलेश यादव का शिवलिंग को लेकर दिया गया बयान भी हिन्दू भावनाओं को आहत करता है. सांसद ओवैसी और उनके भाई भी इस मुद्दे पर आपत्तिजनक बातें कही जा रही है.’
हालांकि, कोर्ट ने इस मामले को लेकर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है.