केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के बाद भी किसानों का आंदोलन जारी है। केंद्र सरकार चाहती है कि किसान आंदोलन छोड़कर वापस अपने घर जाएं और धरना प्रदर्शन समाप्त करें। वहीं किसान संगठनों की मांग है कि उनके ऊपर लगे केस वापस लिए जाएं साथ ही मुवावजे के साथ MSP पर कानून भी बनाया जाए। सयुंक्त किसान मोर्चा द्वारा आज किसानों की बैठक बुलाई गई है, जिनमें इन सभी मुद्दों के चर्चा होने के आसार हैं।
अभी आंदोलन खत्म नहीं होगा
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अभी आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है। जब तक एमएसपी पर कानून नहीं बन जाता है तब तक किसान वापस घर नहीं जाएंगे। उनका कहना है कि अभी सरकार से बातचीत शुरू हुई है, इससे समाधान निकलने की संभावना है। राकेश टिकैत का ने कहा कि हरियाणा सरकार से बात हुई है। आंदोलन के दौरान मृत किसानों के परिजनों को मुवावजा, एमएसपी पर कानून बनाने के साथ ही किसानों के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने होंगे।
पिछले एक साल से आंदोलनरत हैं किसान
बता दें, कृषि कानूनों की वापसी और अन्य मांगों को लेकर किसान पिछले एक साल से आंदोलनरत हैं। किसानों का कहना है कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी सभी मांगों को स्वीकार नहीं कर लिया जाता। हालांकि कृषि कानूनों के वापसी के बाद कुछ किसान संगठनों ने ऐसे संकेत दिए हैं कि जल्द इस आंदोलन को समाप्त कर दिया जाएगा।
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