अभी नहीं किया बेटी को ‘डॉटर्स डे’ विश, तो इन तरीकों से उन्हें मान-सम्मान
आज से कुछ साल पहले हमारे देश में लड़कियों की दशा क्या थी ये तो सभी को मालूम है। कुछ वर्षों पहले भारत में लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या बहुत कम थी। गर्भ में ही बेटियों को मार दिया जाता था।
बदल गया है वक़्त-
कोई लड़की अगर पैदा हो भी जाती तो उसे पढ़ने नहीं दिया जाता था। उनको किसी तरह की आजादी नहीं दी जाता थी। समय से पहले ही उनकी शादी करा दी जाती थी। इन सबके अलावा बेटियों को घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना जैसी कुप्रथाओं से जूझना पड़ता था।
लेकिन आज वक्त बदल गया है। आज लोग जितना मान अपने बेटों को देते हैं उतना ही मान सम्मान वो अपनी बेटियों को भी देना चाहते हैं। बेटियां भी अपने मां बाप के मान सम्मान का आदर करती हैं और सफलता के शिखर पर पहुंच रही हैं।
बेटों से काम नहीं बेटियां-
कोई भी क्षेत्र हो, आज की बेटियों ने अपना दमखम दिखाया है और बताया है कि वो किसी से भी कम नहीं हैं। बेटियों के लिए खास प्यार जताने के लिए डॉटर्स डे मनाया जाता है। डॉटर्स डे हर साल सितंबर के चौथे रविवार को मनाया जाता है।
इस साल 27 सितंबर को भारत में बेटी दिवस यानी डॉटर्स डे मनाया जा रहा है। भारत में बेटी दिवस मनाने की एक खास वजह बेटियों के प्रति लोगों को जागरुक करना। उन्हें यह समझाना कि बेटियां बोझ नहीं होती, बल्कि आपके घर का एक अहम हिस्सा होती हैं।
ऐसे मनाए डॉटर्स डे-
- अगर अपने अपनी बेटी को अभी तक डॉटर्स डे विश नहीं किया है तो उन्हें इन तरीकों से स्पेशल फिल करा सकते है।
- आज उन्हें बताए कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं और उनके प्रति कितने जिम्मेदार हैं।
- उनके साथ डिनर या मूवी प्लान करें।
- उन्हें उनकी पसंद की कोई खास भेंट दें।
- दहेज जैसी सामाजिक प्रथाओं को न कहें।
- अपनी बेटी ही नहीं बल्कि अन्य लड़कियों को भी सम्मान और सुरक्षा दें।
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