वाराणसी में डेंगू का बढ़ा प्रकोप, बीएचयू के आसपास के पांच मोहल्ले डेंजर जोन में
मथुरा, फर्रुखाबाद, कन्नौज और वाराणसी समेत कई अन्य जिलों में भी काफी लोग बुखार से पीड़ित हैं। वाराणसी में हर दिन नये मरीजो की संख्या बढ़ती जा रही है।
कोरोना के बाद अब डेंगू ने भी उत्तर प्रदेश में पैर पसारना शुरू कर दिया है। मथुरा, फर्रुखाबाद, कन्नौज और वाराणसी समेत कई अन्य जिलों में भी काफी लोग बुखार से पीड़ित हैं। वाराणसी में हर दिन नये मरीजो की संख्या बढ़ती जा रही है। शहर के पांच मोहल्ले डेंजर जोन में आ गये हैं। इसमें सुसुवाही, भगवानपुर, लंका, सामनेघाट, और छित्तूपुर शामिल हैं। इन मोहल्लों में 10 से ज्यादा घरों में डेंगू के लार्वा मिले हैं।
मरीजों की उमड़ रही भीड़:
डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पतालों की ओपीडी, पैथलॉजी में भी मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। जिला मलेरिया अधिकारी एससी पांडेय ने बताया कि लंका, सामनेघाट, भगवानपुर और बीएचयू से सटे कॉलोनियों में ज्यादा केस मिल रहे हैं। लोंगो में जागरूकता लाने के लिए घर घर अभियान चलाया जा रहा है। जिन जिन घरों में डेंगू का लार्वा मिला है उसको नष्ट कराया गया।
पूर्वांचल में अब तक पांच की मौत:
आजमगढ़, वाराणसी और विंध्य मंडल में डेंगू का प्रकोप जारी है। इन मंडलों में अब तक कुल मिलाकर 105 मरीज मिल चुके हैं। जिसमें से पांच मरीजों की मौत हो चुकी है। इसमें वाराणसी में 85 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है जबकि 760 मरीज संदिग्ध हैं। बलिया में सात मरीज, चंदौली में छह, गाजीपुर में तीन, जौनपुर में दो और मिर्जापुर में डेंगू का एक मरीज मिला है। इसके अलावा वाराणसी में तीन, आजमगढ़ और जौनपुर में एक-एक मरीज की मौत हो चुकी है।
खोजे जाएंगे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के मरीज:
वाराणसी जिले में पल्स पोलियो की तर्ज पर सात से सोलह सितम्बर तक कोविड संवेदीकरण और संचारी रोग नियंत्रण विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान में घर-घर सर्वे कराकर कोरोना, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के लक्षणयुक्त मरीज खोजे जाएंगे। इसके अलावा नियमित टीकाकरण के दौरान छूटे दो वर्ष तक के बच्चों की सूची बनाई जाएगी। साथ ही कोरोना टीकाकरण से छूटे 45 साल से अधिक उम्र वालों की भी अलग से सूची बनाई जाएगी।
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