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Porn Content मतलब वह विषय सामग्री जिस पर भारतीय परिवेश में परिवार, बच्चों के सामने चर्चा वर्जित है. राज कुंद्रा पर लगे पॉर्न फैक्टरी संचालन के गंभीर आरोपों के बाद से अखबारों, टेलिविजन, इंटरनेट पर कुछ दिन कमोबेश यही शब्द चर्चा में रहा. अब कॉमेडियन सुनील पाल के कमेंट के बाद नई बहस का जन्म हुआ है.
पहले जानिये पूरा मुद्दा –
लाफ्टर चैलेंज चैंपियन सुनील पाल इन दिनों अपने यूट्यूब (Youtube) चैनल पर सक्रिय रहते हैं. राज कुंद्रा पॉर्न वीडियो मामले पर बात रखते समय उन्होंने मनोज बाजपेयी को भी आड़े हाथों ले लिया.
लाफ्टर चैंपियन ने कहा कि, पॉर्न कंटेंट (Porn Content) के कारण मनोज बाजपेयी की वेब सीरीज को पॉर्न कैटेगरी में रखा जाना चाहिए. इसका कारण बताते हुए उन्होंने सवाल किया कि, वेब सीरीज में अपशब्दों की भरमार है, साथ ही पारिवारिक ताना-बाना चिंताजनक है तो क्यों न इसे पॉर्न कंटेंट (Porn Content) कैटेगरी में रखना चाहिए?
सुनील पाल ने फैमिली मैन के कथानक में पति-पत्नी, बेटी के प्रेम संबंधों पर भी आपत्ति जताई और इसे सभ्य समाज के लिए चिंताजनक करार दिया.
कॉमेडी चैंपियन यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने मनोज बाजपेयी को गिरा हुआ इंसान तक करार कर दिया. सुनील पाल ने मनोज की प्रतिभा पर तो सीधे तौर पर चोट नहीं की लेकिन मनोज द्वारा चुनी जा रहीं स्क्रिप्ट्स में जरूर खामियां गिनाईं. सुनील के कमेंट्स के बारे में पूछे जाने पर मनोज ने भी बेबाकी से करारा जवाब दिया.
मनोज बाजपेयी ने कहा कि मैं समझता हूं कि लोगों के पास काम नहीं है. मैं पूरी तरह से समझ गया. मैं भी इस दौर से गुजरा हूं. ऐसी स्थिति में रहा हूं. उन्होंने हिन्दुस्तान टाइम्स संग बातचीत में नसीहत भरे अंदाज में कहा कि ऐसे समय लोगों को मेडिटेशन करना चाहिए.
इसके जवाब में सुनील पाल ने भी अपनी बात पेश कर दी. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जहां तक काम की बात है तो मुझे इस तरह की सक्सेस और ऐसा काम नहीं चाहिये, जिसे परिवार के साथ बांटा न जा सके. वीडियो देखने लिंक पर क्लिक करें.
https://www.youtube.com/watch?v=k_AIZoq8sDo
सुनील पाल ने उठाया मुद्दा –
सुनील पाल ने वर्तमान दौर में पेश की जा रहीं वेब सीरीज के पॉर्न कंटेंट (Porn Content) पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने वेब सीरीज में सेंसरशिप ना होने का फायदा उठाकर बन रहे वेब धारावाहिकों को परिवारों के लिए नुकसानदेह बताया.
पॉर्न कंटेंट (Porn Content) का हवाला देकर सुनील ने मनोज बाजपेयी एवं अन्य कई सितारों से सवाल पूछा कि, पारिवारिक दर्शकों के लिए आप क्या कर रहे हैं?
आप ऐसी वेब सीरीज बना रहे हैं जिसमें पत्नी का दूसरे मर्द से अफेयर है, पति का किसी और महिला से चक्कर है. बेटी अपने ब्वॉयफ्रेंड में व्यस्त है, जबकि बेटा अपनी उम्र से अधिक उम्र के व्यक्ति जैसा आचरण कर रहा है. यह कैसी फैमिली है?
कॉमेडियन पाल ने मिर्जापुर वेब सीरीज पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने इसे असभ्य लोगों द्वारा बनाई गई पेशकश बताया. ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ विजेता सुनील पाल बॉलीवुड फिल्मों ‘फिर हेरा फेरी’, ‘अपना सपना मनी मनी’ में छोटे रोल में नजर आ चुके हैं.
यह सब बैन होना चाहिए क्योंकि यह भी पॉर्न है. पॉर्न कंटेंट (Porn Content) सिर्फ वह नहीं जो दिखाई दें, बल्कि विचार-शब्द भी पॉर्न श्रेणी के हो सकते हैं. सुनील पाल, स्टैंड-अप कॉमेडियन (वेब सीरीज में परोसे जा रहे कंटेंट पर रखी राय)
मामले में सुनील पाल का तर्क है कि कुछ अवसरवादी किस्म के कलाकार डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सेंसरशिप की कमी का फायदा उठाते हैं. इन आरोपों पर मनोज बाजपेयी ने जो जवाब दिया है उस पर भी रायशुमारी हो रही है.
ट्विटर पर एक प्रशंसक जिगर भट्ट ने सुनील पाल का वीडियो शेयर करते हुए एक प्रशंसक के रूप में अपनी पसंद-नापसंद जाहिर करते हुए लिखा,
“इस वीडियो में #SunilPal ने जो कुछ भी कहा वह पूरी तरह सच और स्पष्ट था. हमें आपके कौशल और कला की जरूरत है, बुरे शब्दों की नहीं. मेरा परिवार है और मैं उन्हें मिर्जापुर या फैमिली मैन दिखाना पसंद नहीं करता. गाली-गलौच से बचने की कोशिश करें. एक प्रशंसक के रूप में मेरा अनुरोध है.”
लिंक पर क्लिक कर वीडियो में पढ़ें-देखें-समझें और जानें मुद्दे पर लोगों की प्रतिक्रिया. https://twitter.com/magpietail/status/1421777754677202946
प्रतिक्रिया प्रशंसकों की –
जिगर भट्ट ने सुनील पाल की बात में सहमति जताते हुए अपनी राय रखी है. सेक्रेड गेम्स, सनफ्लॉवर, आश्रम वेब सीरीज में जिस तरह अंतरंग अश्लील दृश्य ठूंसे गए हैं उससे समाज पर बुरा असर पड़ना लाजिमी है.
भले ही तमाम वेब सीरीज वयस्क श्रेणी के होने का दावा करें लेकिन हकीकत यह है कि पायरेसी के कारण प्रतिबंधित कंटेंट भी नाबालिग वर्ग की पहुंच से दूर नहीं है.
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जरा सोचिये आप आज भी बच्चों-परिवार के बीच फिल्म शोले के गब्बर का डायलॉग “सुअर के बच्चों” बोल सकते हैं, लेकिन क्या आप गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसी प्योर गालीबाजी पर आधारित फिल्म का एक भी डायलॉग पेश करने की हिमाकत कर पाएंगे?
वैसे फैमिली मैन के दो सीजन आ चुके हैं, मनोज बाजपेयी ने अपने किरदार को बेहतरी से निभाया है. हालांकि वेब प्लेटफॉर्म की दूसरी सीरीज की तुलना में फैंमिली मैन के अपशब्दों को यदि छोड़ दें तो पेशकश काफी हद तक साफ-सुथरी कही जा सकती है. लेकिन बच्चों-परिवार के साथ देखने की भूल कतई न करें.