किसान आंदोलन कांग्रेस की देन !
भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष नंद कुमारसिंह चौहान ने एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि किसान किसी भी हालत में उपद्रवी नहीं हो सकता और आग नहीं लगा सकता, उसे कांग्रेस ने हिंसक बनाया है। किसान भले ही कहें कि उन्हें कोई पार्टी नहीं उकसाती, बल्कि सरकार की बेरुखी के चलते पैदा हुई बेबसी की हालत और निराशा से उपजा आक्रोश उन्हें आंदोलन के लिए विवश करता है, लेकिन सत्ताधारी भाजपा को यह सच नहीं लगता।
चौहान ने कहा, “किसानों के आंदोलन को हिंसक रूप देने का काम असामाजिक तत्व और कुछ मुठ्ठी भर कांग्रेसी नेताओं ने किया है। कांग्रेसी नेताओं ने सत्ता में भूख में किसानों को बहकाने का घृणित पाप किया है, जिसे किसान और जनता जान चुकी है।” उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि हाल के दिनों में आत्महत्या करने वाले 39 किसानों को जान देने के लिए किसने बहकाया।
मंदसौर में अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान मंगलवार को सुवासरा विधानसभा के गांव खेतखेड़ा एवं विश्निया चौपाटी में किसान संदेश यात्रा में चौहान ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस सबसे अधिक सत्ता में रही। कांग्रेस ने प्रदेश को बद से बदतर स्थिति में पहुंचा दिया था।
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सड़क, पानी और बिजली के लिए जनता मोहताज थी। किसानों को खेती के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिलती थी, लेकिन भाजपा सरकार के 13 वर्षो में प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया है। किसानों को खेती के लिए पर्याप्त बिजली मिल रही है।
उन्होंने दिग्विजय सिंह के शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि तब तीन हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था। वह उत्पादन आज भाजपा सरकार की नीतियों से 16 हजार मेगावाट तक पहुंचा है।
चौहान ने आगे कहा, “कांग्रेस अपनी गलत नीतियों के कारण देश और प्रदेश में सत्ता से बेदखल हुई। कांग्रेस सत्ता की भूखी है और सत्ता की चाह में वह कुछ भी कर गुजरने को तैयार है। मंदसौर अंचल में अशांति फैलाने का काम कांग्रेस ने किया है।”
पार्टी के प्रदेश महामंत्री बंशीलाल गुर्जर ने संबोधित करते हुए किसानों को आगाह किया, “कांग्रेसी सत्ता में आने के लिए झूठ का सहारा लेकर बरगलाने की कोशिश करेंगे। किसान भाइयों को इनसे सावधान रहना होगा।”
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