उत्तर प्रदेश के कानपुर कांड में विकास दुबे एनकाउंटर के बाद हर रोज नए तथ्य सामने आ रहे हैं। शशिकांत की पत्नी का ऑडियो वायरल होने के बाद अब मामले में विकास दुबे के खिलाफ एफआईआर लिखवाने वाला राहुल तिवारी घटना के 12 दिन बाद अपने घर लौट आया है। राहुल तिवारी ने मीडिया के सामने विकास दुबे को लेकर कई खुलासे किये हैं। हैरानी की बात यह है कि दो जुलाई से ही राहुल तिवारी लापता था और अब विकास दुबे के मारे जाने के बाद उसकी वापसी हुई है।
राहुल ने दर्ज कराया था विकास दुबे के खिलाफ मुकदमा
बता दें कि राहुल तिवारी, विकास दुबे का वही रिश्तेदार है, जिसने विकास दुबे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था और राहुल की शिकायत पर ही पलिस बिकरू गांव दबिश देने गई थी। पुलिस की दबिश के दौरान पुलिस के आठ जवान की विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी थी।
विकास दुबे के गुर्गों ने राहुल के सीने पर तानी थी रायफल
बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात को हुए हत्याकांड से पहले राहुल तिवारी और विकास दुबे के बीच हाथापाई और पिटाई की भी बात सामने आई है। राहुल ने बताया कि उसके ससुराल की जमीन को लेकर विकास दुबे से नहीं बनती थी। 27 जून को मोटरसाइिकल पर घर वह घर लौट रहा था। रास्ते में विकास के गुर्गों ने उससे मोटरसाइकिल छीन ली और पैसे भी छीन लिए।
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— Journalist Cafe (@journalist_cafe) July 15, 2020
इसके बाद उसने थाने में तहरीर दी। 1 जुलाई को पूर्व एसओ चौबेपुर विनय तिवारी मामले की तफ्तीश के लिए उसे बिकरू गांव ले गए। वहां विकास दुबे के गुर्गों ने बहुत मारा-पीटा और सीने पर रायफल लगा दी। एसओ साहब को भी बहुत धमकाया और गाली-गलौज की। इसके बाद एसओ विनय तिवारी ने जनेऊ का हवाला देकर राहुल की जान बचाई थी।
जनेऊ का हवाला देकर राहुल की एसओ ने बचाई जान
एसओ विनय तिवारी को लगा कि ये इसको मार देगा, तब उन्होंने अपना जनेऊ निकाला और कहा कि भइया पंडितों की इज्जत रखो। फिर विकास दुबे ने गंगाजल निकाला और हमें भी दिया, एसओ साहब को भी दिया। इसके बाद उन्होंने कसम खिलाई। इसके बाद विकास दुबे को भी कसम खिलाई कि राहुल तिवारी को मारोगे नहीं। उसने कहा कि नहीं मारेंगे।
इसके बाद विकास दुबे ने हमसे पूछताछ की और गाड़ी दे दी। इस घटना से हम दहशत में आ गए कि ये हमे मार देगा। इसके बाद हम कप्तान के यहां आए, जहां से थाने भेजा गया, थाने में एसओ साहब ने एक एप्लीकेशन लिखी और उसके बाद पुलिस कार्रवाई करने गई।
विकास की दहशत से छिपा हुआ था राहुल
विकास दुबे की दहशत की वजह से राहुल ने मोबाइल बंद कर दिया था और छिपा था। विकास के एनकाउंटर के बाद वह कप्तान साहब के पास पहुंचा और बताया, तब कप्तान की हिदायत पर वह अब अपने गांव आया है।
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