यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊपर कीचड़ उछालने के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्ढा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। Raghav Chadha FIR
एफआईआर एक अधिवक्ता ने दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर-20 कोतवाली में बीती देर रात (शनिवार-रविवार) कराई है। एफआईआर दर्ज कराये जाने की पुष्टि रविवार सुबह खुद शिकायतकर्ता सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत उमराव ने की।
प्रशांत उमराव मूलत: थाना मोर पटेलनगर कोरा, जहानाबाद, फतेहपुर, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। प्रशांत राव फिलहाल पूर्वी दिल्ली जिले के कड़कड़ूमा इलाके में रहते हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ और मौजूदा एफआईआर नंबर-0292, ‘आईपीसी की धारा 505(2) और धारा 500 और आईटी-एक्ट की धारा-66 के तहत दर्ज है।’
राघव ने किया था ट्वीट-
तड़के करीब ढ़ाई बजे नोएडा कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करवाने वाले शिकायतकर्ता वकील प्रशांत उमराव के मुताबिक, ‘धारा 505 (2) गैर-जमानती है। इसमें 3 साल तक की सजा का प्राविधान है जबकि धारा 500 मानहानि की है। यह जमानती तो है मगर अगर अपराध सिद्ध हो गया तो इसमें भी दो साल की कैद का प्राविधान है। जबकि आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत तीन साल की सजा हो सकती है।’
मौजूदा एफआईआर और शिकायतकर्ता के मुताबिक, ‘आम आदमी पार्टी के राजेंद्र नगर (दिल्ली) विधानसभा सीट से हाल ही में विधायक निर्वाचित हुए राघव चड्ढा पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। राघव ने रविवार को रात के वक्त अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट डाली थी। जिसमें उन्होंने सीधे-सीधे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लेकर उनकी मानहानि की कोशिश की थी।’
ट्वीट को बनाया आधार-
शिकायतकर्ता वकील के मुताबिक, ‘आरोपी आप एमएलए ने अपने ट्विटर हैंडल पर आरोप लगाया था कि, योगी दिल्ली से वापिस लौट रहे लोगों से कह रहे हैं कि, वे दिल्ली गये ही क्यों थे? योगी दिल्ली से वापिस हो रहे लोगों को दौड़ा दौड़ाकर पिटवा रहे हैं।’ शिकायतकर्ता ने राघव चड्ढा के इस भड़काऊ और यूपी सीएम की छबि खराब करने वाले आप एमएलए के ट्विटर संदेश को कैप्चर कर लिया. रविवार तड़के करीब ढाई बजे कराई गयी एफआईआर में आरोपी के उसी भड़काऊ ट्विटर संदेश को आधार बनाया गया।
जानकारी के मुताबिक, ‘हांलांकि आरोपी ने मामले को भांपते ही कुछ देर बाद ही अपना भड़काऊ संदेश ट्विटर हैंडल से डिलीट कर दिया था। मगर तब तक सैकड़ों लोग इस संदेश को कैप्चर कर चुके थे. इन्हीं में एक थे सुप्रीम कोर्ट के वकील और राघव चड्ढा के खिलाफ नोएडा सेक्टर 20 कोतवाली में मामला दर्ज कराने वाले शिकायतकर्ता प्रशांत उमराव।’
Raghav Chadha FIR : एफआईआर दर्ज-
प्रशांत उमराव के मुताबिक, ‘एफआईआर दर्ज कराने से पहले मैंने अपनी शिकायत उत्तर प्रदेश पुलिस और राज्य पुलिस महानिदेशक को भी ट्विटर के जरिये भेजी थी। साथ ही शनिवार-रविवार देर रात अपनी शिकायत गौतमबुद्ध नगर जिले के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को भी मेल पर भेज दी। मैंने जो शिकायत मेल की थी, उसी के आधार पर नोएडा पुलिस आयुक्त ने यह एफआईआर दर्ज करवाई है।’
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