आज ही के दिन पूर्ण स्वतंत्र देश बना नेपाल, 99 वर्ष पहले हटा था ब्रिटेन का संरक्षण, जानें इतिहास
दुनिया के सबसे गरीब देशों में नेपाल का नाम भी शामिल है. नेपाल पड़ोसी देश भारत, चीन और बांग्लादेश के चारों तरफ से घिरा हुआ है. इस देश को आधिकारिक तौर पर संघीय लोकतांत्रिक गणतंत्र नेपाल के नाम से भी जाना जाता है. नेपाल कब आजाद हुआ था, इसकी जानकारी शायद ही किसी को हो. आज हम नेपाल के विषय पर बात करेंगे और इस देश के इतिहास के बारे में जानकारी भी प्रदान करेंगे.
नेपाल की आजादी और जनसंख्या…
25 सितंबर, 1768 को नेपाल आजाद देश घोषित किया गया था. यहां पर गणतंत्र की स्थापना 29 मई, 2008 में की गई थी और वर्तमान में जो यहां पर संविधान लागू है वह 20 सितंबर, 2015 को ही लागू किया गया है. नेपाल की राजधानी काठमांडू है और यहां का सबसे बड़ा शहर भी है. वर्तमान समय में नेपाल की जनसंख्या 29 करोड़ से ज्यादा है. जनसंख्या के साथ यह दुनिया का 94वां और क्षेत्रफल के आधार पर यह दुनिया का 13वां सबसे बड़ा देश है जोकि लगभग 1,47,181 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है.
नेपाल से हटा ब्रिटेन का संरक्षण…
नेपाल कभी किसी का गुलाम नहीं रहा. 21 दिसंबर, 1923 को नेपाल पर से ब्रिटेन का संरक्षण हटा था. नेपाल की ब्रिटिश साम्राज्य से वर्ष 1814-16 में लड़ाई हुई थी, इसमें नेपाल हारा था. ब्रिटेन और नेपाल की बीच संधि हुई और संधि के कारण नेपाल का कुछ हिस्सा ब्रिटिश भारत में चला गया. दरअसल, ब्रिटिश साम्राज्य नेपाल की सीमा के पास बसी छोटी-छोटी रियासतों को हड़पना चाहता था. यहीं से ब्रिटिश साम्राज्य और नेपाल के बीच दुश्मनी शुरू हुई.
वर्ष 1814-16 के युद्ध में नेपाल ने नालापानी और अल्मोड़ा में ब्रिटिश सैनिकों को कड़ी टक्कर दी. नेपाल के सैन्य कमांडर ने नेपाल नरेश से कहा था कि वह चिंता नहीं करें. इसके बावजूद नेपाल नरेश ने अंग्रेजों को संधि का प्रस्ताव भेजा. संधि के कारण ब्रिटेन ने नेपाल को अपना संरक्षित देश घोषित किया, लेकिन उसे स्वतंत्र देश माना. काठमांडू में अंग्रेजी रेजीडेंसी की स्थापना हुई. एक खास बात ये भी है कि नेपाल ने भारत के वर्ष 1857 के सैनिक विद्रोह को दबाने में अंग्रेजों की सहायता की थी. नेपाल के 12 हजार सैनिक अंग्रेजों की तरफ से लड़े थे.