अस्पताल या कब्रगाह? : 24 घंटे में हुई 9 बच्चों की मौत, परिजनों का हंगामा
राजस्थान के कोटा के जेके लोन अस्पताल में गुरुवार को आठ घंटे के भीतर कुल नौ नवजातों की मौत हो गई। सभी बच्चों की उम्र एक से सात दिन के बीच थी।
35 दिन में 100 से अधिक बच्चों की मौत-
पिछले साल के अंत में भी इसी अस्पताल में 35 दिन में 100 से अधिक बच्चों की मौत हो गई थी। गुरुवार को नवजातों की मौत की सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी अस्पताल पहुंचे।
उन्होंने तत्काल अतिरिक्त चिकित्सक व नर्सिग स्टाफ की तैनाती के आदेश दिए। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने भी इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट देने के आदेश दिए।
गुरुवार को हुई मौत-
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक एस.सी. दुलारा ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अस्पताल में इलाज के लिए आए नौ नवजातों की गुरुवार को मौत हो गई।
इनमें से तीन बच्चों को मृत हालत में अस्पताल लाया गया और उनके परिजनों को तुरंत इस संबंध में सूचित किया गया।
धरने पर बैठे परिजन-
दो शिशुओं के परिजन शव लेकर अस्पताल परिसर में बैठे रहे। उनका आरोप है कि रात को अस्पताल का स्टाफ सो जाता है।
बच्चों की तबीयत बिगड़ने के बाद जब स्टाफ के पास गए तो कोई सुनवाई नहीं हुई और कहा गया कि जब सुबह डॉक्टर आएंगे तब दिखाना।
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