बनारस में हादसे के 24 घंटे में मिले 85 नए जर्जर मकान मिले
वाराणसी नगर निगम ने कराया सर्वे, नगर आयुक्त बोले - कमेटी बनाकर होगी कार्रवाई
वाराणसी में विश्वनाथधाम के पास दो जर्जर मकानों के ढहने के बाद नगर निगम सक्रिय हो गया है. अब नए सिरे से जर्जर मकानों की लिस्टिंग हुई है. इसमें 85 नए जर्जर मकान सामने आए हैं. कई ऐसे मकान हैं जिनके ध्वस्तीकरण के आदेश हो चुके हैं, मगर कोई एक्शन नहीं हुआ. भैरोनाथ, चौखंभा, देवनाथपुरा-बंगाली टोला और जैतपुरा इलाके में भी कई भवन खतरनाक स्थिति में हैं. गौरतलब है कि विश्वनाथ धाम के पास पिछले दिनों दो जर्जर मकान ढह गये थे. मलबे में दबकर एक महिला की मौत हो गई और पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गये थे. संयोग यह था कि दोनों भवनों का हिस्सा पास के मंदिर पर गिरा. इससे और बड़ा हादसा टल गया.
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निगम की लिस्ट में जुड़े 85 नए जर्जर भवन
नगर निगम ने शहर में जर्जर 404 मकानों को चिह्नित किया है. वहीं 24 घंटे के अंदर निगम की ओर से जारी अपडेट सूची में जर्जर भवनों की लिस्ट में 85 नए भवन और बढ़ गए हैं. नई सूची में शहर में कुल 489 मकान जर्जर चिह्नित किए गए हैं. कोतवाली जोन में 258 मकान जर्जर घोषित किए गए हैं. जबकि इससे पहले 189 मकान जर्जर थे.
कमेटी बनाकर होगी कार्रवाई
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने कहाकि अधिनियम के तहत जर्जर भवनों की लगातार चिह्नित कर नोटिस दिया जा रहा है. भवनस्वामियों से मरम्मत कराने या ध्वस्तीकरण का अनुरोध किया जाता है. नोटिस के बाद भी भवन स्वामी उसे खाली नहीं करते, ऐसे में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं हो पाती है. जानमाल के खतरे और कानूनी बाधाओं को देखते हुए नगर निगम, वीडीए, पुलिस व जिला प्रशासन की संयुक्त कमेटी बना कर कार्रवाई का निर्णय लिया गया है. जल्द ही कमेटी की गठन कर कार्रवाई की जाएगी.