आगरा में कोरोना मामलों में आई गिरावट से रणनीति पर संदेह
आगरा में जहां दो हफ्ते पहले कोविड के 148 मामले सामने आए थे, वहीं अब पिछले 24 घंटे में महज 69 मामले सामने आए हैं। मामलों में आई लगातार गिरावट ने महामारी से लड़ने की रणनीति पर कुछ संदेह पैदा कर दिया है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आशावादी हैं और अपनी पीठ थपथपा रहे हैं।
वहीं कुछ निजी डॉक्टरों को संदेह है कि दैनिक परीक्षणों में कमी के कारण मामलों की संख्या घटी है। लेकिन अधिकारियों ने कहा कि जो भी परीक्षण के लिए आता है, उसका परीक्षण किया जाता है।
अभी रोजाना 2,000 से अधिक परीक्षण हो रहे हैं। केवल सरकार द्वारा संचालित दो केंद्रों को ही नमूने एकत्र करने की अनुमति दी गई है। अब भी निजी पैथोलॉजी लैब को परीक्षण की अनुमति नहीं दी गई है।
प्रारंभिक अनिच्छा के बाद कई निजी नसिर्ंग होम और क्लीनिक भी वापस सक्रिय हो गए हैं और गैर-कोविड रोगियों को स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं।
एक डॉक्टर ने कहा, “हम हर दिन सीख रहे हैं और पिछले छह महीनों के हमारे अनुभव अब काम आ रहे हैं। सिस्टम और प्रोटोकॉल सही तरीके से काम कर रहे हैं, लोगों में घबराहट कम है और लोग सतर्क और सहयोगी भी हैं।”
यहां के निवासी छोटी सी समस्या होने पर भी सतर्कता बरत रहे हैं। दयालबाग क्षेत्र के एक आवास परिसर में रहने वाली गृहिणी ऊषा देवी ने कहा, “हम कई महीनों से आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन कर रहे हैं और दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करते हैं।”
विजय नगर कॉलोनी के निवासी सुधीर गुप्ता ने कहा, “हमारे पड़ोस में लोग अपने आप ही प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। थोड़ी सी सर्दी या खांसी होने पर लोग दवाइयां ले रहे हैं।”
आगरा में अब तक लिए गए कुल नमूनों की संख्या 1,85,002 है और इनमें पॉजिटिव आने वाले मामलों की संख्या 3.04 प्रतिशत है। वहीं रिकवरी दर 78 प्रतिशत से एक बार फिर 82.45 प्रतिशत हो गई है।
यहां अब तक सामने आए मामलों की कुल संख्या 5,630 है। इसमें से 4,642 मरीजों को रिकवरी के बाद छुट्टी दे दी गई है। संक्रमित रोगियों की मृत्यु दर 2.20 प्रतिशत है। सक्रिय मामलों की संख्या 864 है।
इस बीच स्थानीय पुलिस ने कोविड-19 दिशानिर्देशरें का उल्लंघन करने वालों के चालान काटे। जुर्माने के रूप में 4.47 लाख रुपये एकत्र किए गए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने कहा कि लोगों को अब दूसरों के प्रति चिंता दिखाने और खुद को संक्रमण से बचाने के लिए मास्क पहनना सीखना चाहिए।
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