दिल्ली में ‘ 40 अंडर 40’ , उपमुख्यमंत्री के हाथों पत्रकार सम्मानित….
12 अगस्त 2024 को एक्सचेंज 4 मीडिया समूह की हिंदी वेबसाइट समाचार4 मीडिया (samachar4media.com) ने तैयार की गई लिस्ट ‘समाचार4मीडिया पत्रकारिता 40 अंडर 40’ (40 Under 40) से पर्दा उठाया गया है. दिल्ली में स्थित “इंडिया इंटरनेशनल सेंटर” (IIC) के मल्टीपर्पज हॉल में एक कार्यक्रम में इस लिस्ट में शामिल हुए उत्कृष्ट पत्रकारों के नामों की घोषणा की गई और उन्हें सम्मानित किया गया. सुबह दस बजे से मीडिया संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया , जिसमें विभिन्न पैनल चर्चा और वक्ताओं का भाषण था. इसके बाद शाम को पुरस्कारों का वितरण हुआ, विजेताओं को कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पुरस्कार दिए.
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस पहल की सराहना
वहीं इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा है कि, ” डां. अनुराग बत्रा द्वारा आयोजित हिंदी पत्रकारिता जगत का यह बहुत ही प्रतिष्ठित कार्यक्रम है. भले ही इस कार्यक्रम ने तीन वर्ष पूरे किए हों, लेकिन इस कार्यक्रम का इंतजार हमारे साथी बड़े ही तन्मयता के साथ करते हैं. सामन्यत: प्रतिदिन आठ-दस कार्यक्रमों में जाना का अवसर प्राप्त होता है, लेकिन ऐसे कार्यक्रम में जाने का शायद ही कभी अवसर मिला हो. यह अवसर उन्हें दूसरी बार मिला है, क्योंकि जो दूसरों की खबरें करते हों और उनके बीच कुछ कहने का सौभाग्य मिले इससे अच्छा क्या होगा.”
इसके आगे उन्होने कहा कि, ”’नए पत्रकार साथियों से कहना चाहूंगा कि बहुत ही चुनौती भरा प्रोफेशन है ये, आईएएस के विद्यार्थी से ये उम्मीद की जाती है कि उन्हें इंटरव्यू में सभी तरह की जानकारी होगी. ऐसे ही आपसे भी उम्मीद की जाती है कि आपको भी सबकुछ याद होगा. कोई फील्ड ऐसी नहीं है, जो आपको पता न हो. सबकुछ आपको पता होना चाहिए. क्योंकि आपने ऐसी विधा में कदम रखा हैं, जहां सम्मान तो बहुत है, लेकिन मेहनत भी बहुत है. प्रतिक्षण आपको अलर्ट रहना है. ”
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अनुराग बत्रा ने कही ये बात
इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एक्सचेंज 4 मीडिया समूह के चेयरमैन व एडिटर-इन-चीफ डॉ. अनुराग बत्रा ने कहा है कि, ‘मैं मानता हूं पत्रकारिता और सिविल सोसायटी में हर तरह के विचारों को रखना चाहिए. वहीं कुछ ऐसे भी विषय होते हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा व देश की संप्रभुता से जुड़े होते हैं, यानी जो देश के मुद्दे होते हैं. उस पर हम सभी को एकमत होना पड़ेगा, वैसे हम सब संपादकीय दृष्टिकोण की बहुलता और उसकी उपयोगिता के बारे में जानते हैं, लेकिन मुझे लगता कि कुछ मुद्दों को लेकर हमें एक आवाज बनना होगा. हमारी रुचि राष्ट्र हित में होनी चाहिए.’