‘बुआ भतीजे’ की काट ढ़ूढने में लगे CM योगी, ये हो सकता है प्लान

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यूपी में माया-अखिलेश के बीच 2019 के चुनावों के गठबंधन को लेकर शुरू हुई तैयारियों ने बीजेपी को अपनी रणनीति ( strategy)में बदलाव को मजबूर कर दिया है। बीजेपी संगठन से जुड़े सूत्रों की मानें तो 12 अप्रैल तक बीजेपी के संगठन और सरकार में कई फेरबदल होंगे। इसे गोरखपुर और फूलपुर चुनावों में बीजेपी की हार के साथ ही संगठन और सरकार के बीच चल रही रस्साकसी से जोड़ा जा रहा है।

तालमेल में कहीं न कहीं गैप नजर आ रहा है

अब इस बात पर फोकस किया जा रहा है कि माया और अखिलेश के जातीय वोट फैक्टर की काट क्या हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार होगा, जिसके तहत कुछ मंत्रियों को हटाया जा सकता है।बीजेपी संगठन से जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के इन दिनों यूपी में सरकार और संगठन के बीच तालमेल में कहीं न कहीं गैप नजर आ रहा है। यह बात आम हो चुकी है कि गोरखपुर में जिस प्रत्याशी को बीजेपी ने चुनाव लड़ाया, वह सीएम की पसंद के नहीं था।

सीएम कार्यालय ने दरकिनार कर दिया था

इसे संगठन ने अपनी तरफ से खड़ा किया था। जब हार हुई तो इसके लिए सभी राजनैतिक दल योगी से जोड़ने लगे। इसके साथ ही इन दिनों एक पुलिस अधिकारी के तबादले से जुड़ा मामला भी सुर्खियों में है, जिसमें पीएमओ की सिफारिश को सीएम कार्यालय ने दरकिनार कर दिया था। सूत्रों ने बताया कि हाल ही में रूठे हुए सरकार के घटक दल से ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के सामने योगी सरकार के राज में एक जाति विशेष के अधिकारियों की तैनाती की रिपोर्ट भी रखी थी। इससे प्रशासनिक मशीनरी को लेकर मीडिया में ये बातें उभरने लगी हैं।

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सूत्रों का कहना है कि बीजेपी ने योगी की ताकत के बावजूद उनकी पसंद का प्रत्याशी नहीं दिया। इससे साफ संकेत है कि संगठन वर्ष 2019 को लेकर कड़े फैसले लेने को भी तैयार है। इसमें साल भर में अच्छी परफार्मेंस ना देने वाले मंत्रियों को हटाया भी जा सकता है या उनका कद कम किया जा सकता है। सूत्रों का यहां तक कहना है कि प्रदेश सरकार में एक साल पूरा होने के बाद जो विस्तार होना है, वह सब इसी कारण से रोका हुआ है।

हर बूथ पर रणनीति के तहत कार्ययोजना में जुटे हैं

अब माया और अखिलेश के बीच गठबंधन की गांठें मजबूत होने की स्थिति में बीजेपी के रणनीतिकारों को यह चिंता सताने लगी है कि कहीं संगठन और सरकार के बीच की यह दरार ज्यादा चौड़ी ना हो जाए। हालांकि चुनाव की तैयारी में जुटे पदाधिकारी इस बात को मानने को तैयार नहीं है कि पार्टी के संगठन और सरकार के बीच किसी भी तरह का कोई मनमुटाव है। उनका कहना है कि हम हर बूथ पर रणनीति के तहत कार्ययोजना में जुटे हैं। योगी सरकार बेहतर काम कर रही है।

NBT

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