CAA पर देशभर में बवाल, हिंसक प्रदर्शन, 10 की मौत
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में प्रदर्शन लगातार जारी है। दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी प्रदर्शन जारी है।
यूपी में शुक्रवार को कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए। इस प्रदर्शनों में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और कई सारे लोग बुरी तरह घायल है।
कई राज्यों में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं जिसके बाद सरकार ने इस तरह का संकेत दिया है कि वह इस संबंध में सुझावों पर विचार करने को तैयार है।
कई लोगों की मौत-
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने बताया कि बिजनौर में दो लोग मारे गये, वहीं मेरठ, संभल और फिरोजाबाद में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हो गयी।
लेकिन अधिकारियों ने कानपुर में भी एक व्यक्ति के मारे जाने की जानकारी है। सिंह ने कहा कि संघर्ष की घटनाओं में 50 से अधिक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गये।
सहयोगी दलों ने जाहिर की चिंता-
प्रदर्शनों के बीच सत्तारूढ़ भाजपा के कुछ सहयोगी दलों ने भी चिंता जाहिर की हैं। बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि उनके राज्य में एनआरसी लागू नहीं किया जाएगा।
वहीं भाजपा की अन्य सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि प्रदर्शन दिखाते हैं कि केंद्र सरकार समाज के एक बड़े वर्ग में संशय को दूर करने में विफल रही है।
कानून के वापस लेने की मांग-
कांग्रेस ने मोदी सरकार को देश में हो रहे व्यापक प्रदर्शनों के लिए जिम्मेदार ठहराया और नागरिकता संशोधन कानून को वापस लिये जाने की मांग की। मुख्य विपक्षी दल ने प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत की भी वकालत की।
कई राज्यों में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं जिसके बाद सरकार ने इस तरह का संकेत दिया है कि वह इस संबंध में सुझावों पर विचार करने को तैयार है।
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