हिंदी दिवस : आखिर क्यूं है ये भाषा खास

0

हिंदी (Hindi) भाषा को अधिकारिक तौर पर 14 सितम्बर 1949 में भारत के संविधान में जोड़ा गया था, और आज के ही दिन पृरे देश में हिंदी दिवस मनाया जाता है। 14 सितम्बर को बोहर राजेंद्र सिन्हा जी का जन्म दिवस था, इनके बारे में माना जाता है कि हिंदी भाषा को संवैधानिक भाषा बनाने के लिए इनका भी योगदान था।

हालांकि, आपको मालूम ही होगा कि हिंदी एक सर्वचालित भाषा है, जिसे दुनिया के हर एक कोने में बोली जाती है। आकड़ें बताते हैं कि भारत में 44 प्रतिशत लोग हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। अगर अलग-अलग देशों की बाते करें तो फिजी में हिंदी भाषा को अधरिकता मिली हुई है और करीब 3,80,000 हिंदी का इस्तेमाल करते हैं। और ऐसे कई देश हैं, जहां पर हिंदी भाषा का इस्तेमाल काफी बड़े पैमाने पर होता है।

आइये, आज आपको हिंदी से जुड़े कुछ तथ्यों से रूबरू करते है-:

1) ‘हिंदी’ शब्द पर्शियन भाषा से लिया गया है, जिसका मतलब इंडस की धरती पे रहने वाले लोग।
2) हिंदी दुनिया में चौथी सबसे ज्यादा बोलने वाली भाषा है।
3) 1881 में बिहार ने अपनी अधिकारिक भाषा को उर्दू से बदल कर हिंदी कर दिया था।
4) भारत को छोड़ के हिंदी कई अलग-अलग देशों में सबसे ज्यादा बोलने वाली भाषा है। जैसे कि-; थाईलैंड, फिजी, गुयाना, नेपाल, आदि।
5) ऐसा लोगों का कहना है कि दुनिया का सबसे पहला हिंदी में रिकॉर्ड कालिदास द्वारा लिखा गया ड्रामा है।
6) हिंदी भाषा में पहली किताब जो प्रकाशित हुई ‘प्रेम सागर’ थी, जिसे प्रकाशित ‘लल्लू लाल’ द्वारा 1805 में प्रकाशित किया गया था।
7) अंग्रेजी के मशहूर शब्द जैसे कि ‘bunglow’, ‘yoga’, आदि जैसे शब्द हिंदी भाषा से लिए गए हैं।

हिंदी भाषा की आज हम 68वीं जयंती मना रहे हैं और इसके साथ हमें अपनी भाषा की विरासत को आगे की पीढ़ी में बढ़ाने के लिए इस भाषा की नीव जिंदा रखनी पड़ेगी।

यह भी पढ़ें: बिहार में कोरोना से मुक्ति का औसत 90 फीसदी से अधिक

यह भी पढ़ें: कोरोना काल में बदल लोकसभा का इतिहास, पहली बार हुआ ऐसा…

यह भी पढ़ें: सावधान! ज्यादा काढ़ा पीने से हो सकता है बवासीर, मुंह में छाले और यूरिन में परेशानी

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप डेलीहंट या शेयरचैट इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More