हाथी के साथ सेल्फी लेना पड़ा महंगा, पहुंच गए अस्पताल
आजकल हर किसी के हाथ में डिजीटल कैमरा नहीं, बल्कि मोबाईल दिखाई देता है। हाईटेक मोबाईल आने के बाद शुरू हुआ फैशन सेल्फी लेने का। और अब यह केवल फैशन नहीं बल्कि लोगों के लिए पैशन बन गया है। जितनी आकर्षक सेल्फी होगी उतने ही ‘लाइक्स’ आएंगे। लेकिन सेल्फी के दीवाने अब ज्यादा से ज्यादा ‘लाइक्स’ बटोरने की होड़ में अपने जान को जोखिम में डाल रहे हैं।
केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम में एक शख्स को हाथी के साथ सेल्फी लेने की कोशिश इतनी मंहगी पड़ गई कि वह आज अस्पताल में भर्ती हैं। हाथी दोपहर के समय आराम कर रहा था उस दौरान एक शख्स ने सेल्फी लेने की कोशिश की। बस फिर क्या था हाथी को गुस्सा आ गया और उसने सेल्फी लेने वाले को घायल कर दिया।
37 साल के श्रीलाल कुछ केले के साथ हाथी के पास पहुंचे और उसके साथ सेल्फी खींचने लगे। हाथी उस वक्त दोपहर बाद की नींद में था। जैसे ही उसने मोबाइल फोन के साथ शख्स को देखा उस पर हमला कर दिया। घटना केरल की राजधानी के पास मलायामोदम में देवस्वरम उमामाहेश्वर मंदिर की है।
जोखिमभरी सेल्फी लेते हुए श्रीलाल को गुस्साए हाथी ने अपनी सूंड से वार किया और घायल कर दिया। घायल श्रीलाल की कराह सुनकर मंदिर प्रशासन के लोग उनके पास दौड़े-दौड़े आए। श्रीलाल की जांघ में गंभीर चोट आई है। इलाज के लिए उन्हें त्रिवेंद्रम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
क्या है सेल्फी?
सेल्फी शब्द सेल्फ यानी स्वयं या आत्म से बना है। मोटे तौर पर इसका मतलब इन दिनों है अपने हाथ से खींची अपनी तस्वीर। हजारों साल से हाथ की लिखावट किसी की याद रखने के लिए एक महत्वपूर्ण स्मृति चिह्न थी। यानी किसी के ऑटोग्राफ स्मृति चिह्न होते थे। अब उनकी जगह सेल्फी ने ले ली है। सेल्फ पोर्ट्रेट शब्द उन्नीसवीं सदी से प्रचलन में है, पर सेल्फी शब्द में नयापन है। फेसबुक और ट्विटर ने इसे नया आयाम दिया है।
सेल्फी का चलन
सेल्फी की शुरुआती दौर की बात की जाए तो फोटोग्राफर जिम क्रॉस ने साल 2005 में पहली बार सेल्फी शब्द का इस्तेमाल किया था। लेकिन इस शब्द को मान्यता मिली 2012 में। सन 2012 के अंत में साल के ‘टॉप 10 बजवर्ड्स’ में प्रसिद्ध अमेरिकी टाइम मैगजीन ने सेल्फी को भी रखा था। इसके अगले साल नवंबर 2013 में ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी ने इसे ‘वर्ड ऑफ द इयर’ घोषित किया। सेल्फी के बढ़ते क्रेज ने पुराने जमाने से चले आ रहे ऑटोग्राफ के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है या ये ऑटोग्राफ शब्द को खत्म सा ही कर दिया है।