केरल में RSS कार्यकर्ता की हत्या के खिलाफ भाजपा का बंद
केरल(Kerala) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यकर्ता की हत्या के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा आहूत दिन भर के बंद से रविवार को राज्य में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा और इस बीच पुलिस ने कथित तौर पर आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या में शामिल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) से संबद्ध आठ व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया।
राज्यपाल पी. सदाशिवम से कानून व व्यवस्था के हालात पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने वादा किया कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ उनकी राजनीतिक संबद्धता व स्थिति की परवाह किए बिना कार्रवाई की जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मुख्यमंत्री विजयन से राज्य में राजनीतिक हिंसा पर रोकथाम लगाने का आग्रह किया। आरएसएस के कार्यकर्ता 34 वर्षीय ई. राजेश की शनिवार की रात हुई हत्या के बाद भाजपा ने दिनभर के बंद का आह्वान किया था।
लगभग हर जगह दुकानें व बाजार बंद रहे। सभी सार्वजनिक वाहन सड़कों से दूर रहे, जिसके कारण रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर सैकड़ों की संख्या में लोग फंसे रहे। सड़कों पर जो वाहन निकले भी उन्हें नाराज भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं का सामना करना पड़ा।
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केरल के पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा ने यहां पत्रकारों से कहा कि अपराध में शामिल एक व्यक्ति को छोड़कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बेहरा ने कहा, “आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में संकेत मिला है कि यह हत्या राजनीतिक और व्यक्तिगत रंजिश के तहत की गई।”
इस बीच अभूतपूर्व घटनाक्रम में राज्यपाल सदाशिवम ने कानून व्यवस्था पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री विजयन और पुलिस प्रमुख बेहरा को बुलाया। राजेश की हत्या से पहले पिछले दो सप्ताह में भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर और माकपा के राज्य सचिव कोदियेरी बालकृष्णन के बेटे के घर पर हमला किया गया।
सदाशिवम ने कहा कि विजयन ने कहा कि कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा और वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. राजशेखरन और राज्य आरएसएस प्रमुख से मुलाकात करेंगे और शांति के लिए एक सार्वजनिक अपील करेंगे।
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इससे पहले रविवार को ही सदाशिवम ने फोन पर राजनाथ सिंह से बात की, जिसके बाद राजनाथ ने विजयन से बात कर राज्य में राजनीतिक हिंसा पर रोकथाम लगाने के लिए कहा। राज्यपाल ने राजशेखरन व बालाकृष्णन से भी बात की।
इस बीच पुलिस ने रविवार को राजेश की हत्या में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया व हत्यारोपियों की मदद करने वाले तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया। एक आरोपी अभी भी फरार है।
बालाकृष्णन ने संवाददाताओं से कहा कि माकपा की आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या में कोई भूमिका नहीं है। पुलिस इस अपराधिक मामले की जांच राजनीतिक व व्यक्तिगत दुश्मनी मानकर कर रही है।
इस बीच राजनाथ ने ट्वीट किया, “राज्य में राजनीतिक हिंसा की हाल की घटनाओं पर केरल के मुख्यमंत्री से बात की। मैंने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर अपनी चिंता व्यक्त की है। लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा अस्वीकार्य है। मुझे उम्मीद है कि केरल में राजनीतिक हिंसा को रोका जाएगा और अपराधियों के साथ शीघ्रता से कार्रवाई की जाएगी।”
भाजपा द्वारा आहूत बंद के चलते सैकड़ों लोग रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर फंसे रहे। तिरुवनंतपुरम से कोच्चि जा रहे एक परिवार ने कहा कि यह एक दुस्वप्न की तरह है।
एक व्यापारी अजीत कुमार ने मीडिया से कहा, “कई जगहों पर आरएसएस व भाजपा ने हमें रोका और हमसे इस तरह बात की जैसे हम अपराधी हैं। आखिरकार बहुत सारी कठिनाइयों को झेलते हुए हम कोच्चि पहुंचे।” कई जगहों पर भाजपा व आरएसएस कार्यकर्ताओं ने यात्रियों पर अपना गुस्सा उतारा।
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