कोलकाता फ्लाईओवर हादसा : अब तक 26 की मौत
कोलकाता। कोलकाता फ्लाईओवर हादसे में शनिवार को दो और शव निकाले गए, जिसके बाद इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। शहर में हुए इस भीषण हादसे को लेकर विपक्ष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा है।
पश्चिम बंगाल में दो दिन बाद ही विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू होगा। बचाव दल ने शनिवार को निर्माणाधीन विवेकानंद फ्लाइओवर के मलबे से दो और शव निकाले। गुरुवार को फ्लाइओवर का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया था, जिसमें अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 90 घायल हो गए। घायलों में से कई की हालत अभी भी गंभीर है।
इस बीच फ्लाइओवर निर्माण का ठेका हासिल करने वाली कंपनी आईवीआरसीएल इंफ्रास्ट्रक्चर पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है और शनिवार को कंपनी के एक अधिकारी तन्मय सिल को गिरफ्तार कर लिया गया। इस तरह अब तक कंपनी से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस ने शुक्रवार रात कंपनी के वरिष्ठ सहायक महाप्रबंधक एम. मल्लिकार्जुन, संरचनात्मक प्रबंधक प्रदीप कुमार और सहायक प्रबंधक (प्रशासन) डी. मजूमदार को गिरफ्तार किया था। तीनों को शहर की एक अदालत ने एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने कंपनी के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश एवं अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले की जांच के लिए 23 सदस्यीय एक विशेष जांच दल (एसआईटी) भी गठित किया गया है।
कंपनी के कोलकाता दफ्तर को सील करने के साथ ही पुलिस ने अपनी टीम कंपनी के हैदराबाद स्थित मुख्यालय भी भेजी थी।
इस दुर्घटना के कारणों के बारे में पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि खम्भा नंबर 40 के कैंटिलीवर को स्थानांनतरित कर दिया गया था, जिसके कारण तीन खम्भों के बीच की दूरी प्रभावित हुई।
कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण (केएमडीए) के मुख्य इंजीनियर और कार्यकारी इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है और इस मामले में केएमडीए को फ्लाइओवर की सुरक्षा और स्थिरता का तत्काल निरीक्षण करने का आदेश दिया गया है।
विपक्ष का ममता पर निशाना
इस बीच, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कोलकाता के उस क्षेत्र का दौरा किया, जहां गुरुवार को निर्माणधीन पुल ढह गया था। घटनास्थल का दौरा करने के बाद राहुल पीड़ितों से मिलने अस्पताल भी पहुंचे।
अस्पताल का दौरा करने के बाद राहुल ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यह हादसा तृणमूल सरकार की कार्यशैली को दर्शाता है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस हादसे की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की। पार्टी ने दावा किया तृणमूल का 2011 से आईवीआरसीएल कंपनी से संबंध है, उस वक्त ममता रेल मंत्री थीं। उस वक्त उन्होंने कंपनी को श्रीनगर-उधमपुर-बारामूला सुरंग निर्माण का ठेका दिया था।
भाजपा के सचिव एस.एन. सिंह ने कहा कि अब मुख्यमंत्री यह कहकर पल्ला झाड़ रही हैं कि फ्लाइओवर निर्माण का ठेका वाम मोर्चा सरकार ने आवंटित किया था।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने कोलकाता में फ्लाइओवर गिर जाने के कारणों की स्वतंत्र एवं समयबद्ध जांच की मांग की। पार्टी ने कहा कि एक स्वतंत्र जांच समिति के माध्यम से तत्काल इसकी जांच होनी चाहिए।