चीन टकराव नहीं सहयोग चाहता है
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रविवार को कहा कि लोग संघर्ष और टकराव के बदले शांति और सहयोग चाहते हैं। जिनपिंग ने कहा कि दुनिया पर आतंकवाद के खतरे की काली छाया बनी हुई है, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि ज्वलंत भू-राजनीतिक मुद्दों को सुलझाना आज के समय की मांग है।
चीन के दक्षिणपश्चिमी शहर शियामेन में पांच देशों -ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका(ब्रिक्स)- के इस समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स व्यापार फोरम के उद्घाटन समारोह में उन्होंने कहा, “दुनिया में लोग शांति और सहयोग चाहते हैं न कि संघर्ष और टकराव।”
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उन्होंने कहा, “दुनिया के कुछ हिस्सों में लगातार हो रहे संघर्ष से विश्व शांति के लिए खतरा पैदा हो गया है। आतंकवाद के खतरे और साइबर सुरक्षा की कमी की वजह से दुनिया पर काली छाया छा बनी हुई है।”
जिनपिंग ने कहा, “मैं इस बात से सहमत हूं कि आतंकवाद के सभी रूपों के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपनाने और इसके लक्षणों एवं कारणों की तह तक पहुंचने के बाद आतंकवादियों के छिपने के लिए जगह नहीं बचेगी।”
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