पतियों ने दिया ‘हेलमेट पहनने का वचन’
बड़े शहरों और महानगरों की तरह बुंदेलखंड में भी करवा चौथ की रविवार देर रात तक धूम रही। इस मौके पर यहां महिलाओं ने अपने पतियों से दुपहिया वाहन चलाते वक्त हेलमेट पहनने का संकल्प (वादा) लिया। करवा चौथ के दिन महिलाओं ने आजीवन सौभाग्यवती रहने की कामना की और आसमान में चांद दिखने पर व्रत तोड़ा।
छलनी से चांद व पति का चेहरा देखने का दौर चलता रहा
जगह-जगह समूहों में महिलाओं ने करवा चौथ मनाया, आलम यह रहा कि हर बड़ी इमारत की ऊपरी मंजिल पर पति-पत्नी जोड़ों में दिखे, वहीं देर रात तक आरती उतारने और छलनी से चांद व पति का चेहरा देखने का दौर चलता रहा।
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बुंदेलखंड में रविवार को रौनक निराली रही
समस्याओं के लिए पहचाने जाने वाले बुंदेलखंड में रविवार को रौनक निराली रही। झांसी में कई स्थानों पर महिलाओं ने समूह में करवा चौथ मनाया। सामाजिक संगठन जेसीआई (कोहेनूर) ने महिलाओं के बीच करवा चौथ मनाया।
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तभी तो कहते हैं कि जान है तो जहान है
सामाजिक कार्यकर्ता वैशाली पुंषी बताती हैं , “इस बार के करवा चौथ पर हम सभी महिलाओं ने अपने पतियों से सिर्फ यही मांगा है कि वे जब भी दुपहिया वाहन चलाएं तो हेलमेट जरूर लगाएं। इसके लिए उन्हें बतौर उपहार हेलमेट भी दिया क्योंकि वाहन चलाते समय सुरक्षा जरूरी है। तभी तो कहते हैं कि जान है तो जहान है।”
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सुखमय जीवन की कामना की
इसी तरह उरई, हमीरपुर, बांदा, टीकमगढ़, छतरपुर आदि स्थानों पर भी करवा चौथ की धूम रही। छतरपुर में महिलाओं ने घर और मंदिरों में पूरे दिन उपवास रहकर आराधना की और अपने पति की दीर्घ आयु के साथ अपने आजीवन सौभाग्यवती बने रहने की कामना की। रात को चंद्रमा के दर्शन के बाद ही व्रत तोड़ा और दोनों के सुखमय जीवन की कामना की।
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