महिला पुलिस ने टूटते परिवारों को मिलवाया, आपसी मतभेद भुलाकर खुशी-खुशी गये घर
वाराणसी : आपसी मतभेद और छोटी-छोटी बातों को तिल का पहाड़ बना लेने से जिंदगी जटिल व दुरूह हो जाती है। घर गृहस्थी में सुख-दुख आते रहते हैं और इसी को कुशलता से सुलझा लेना ही सफल दांपत्य जीवन है। कुछ ऐसेे ही विचारों के साथ काउंसिलिंग का परिणाम रहा कि मंगलवार को दो परिवार बिखरने से बच गये। महिला थाना प्रभारी निकिता सिंह और उनकी सहयोगियों के प्रयास से तलाक तक सोच लेनेवाले दंपतियों को मिलवाया गया। आपसी मतभदे भुलाकर थाने से खुशी-खुशी उनकी विदाई हुई।
दंपत्ति थाने से हुए विदा
पहला मामला शिवपुर थाना क्षेत्र के कादीपुर के वसीमा पत्नी कलाम का है। पिछले 31 अक्टूबर को दंपती में विवाद से सम्बंधित प्रार्थना पत्र मिला। इसकी की जांच की जा रही थी। मंगलवार को खुद थाना प्रभारी मौके पर पहुंचीं और वस्तुस्थिति की जानकारी ली। दोनों में तलाक तक की नौबत आ गई थी। इसके बाद वसीमा और कलाम को थाने बुलाया गया। घंटों बातचीत के दौरान दंपती को जीवन के मर्म समझाए गए। आखिरकार दोनों साथ रहने पर राजी हो गये। इसके बाद दोनों को थाने से विदा किया गया।
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18 महीने से चल रहा था विवाद और तनाव
दूसरा मामला जेबा रियाज और मोहम्मद शाहिद अंसारी का था। मिर्जापुर के सरवाली रोड के शाहिद की शादी रामनगर की जेबा रियाज से हुई थी। बाद इतनी बढ़ गई थी कि दोनों एक-दूसरे के साथ रहने को तैयार नही थे। इन दोनों को भी थाने बुलाया गया। थाना प्रभारी और महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाया। बताया कि छोटी-छोटी बातों के कारण गृहस्थ जीवन को बर्बाद करना बुद्धिमानी नहीं। दुनियादारी समझाई। इसके बाद दोनों साथ रहने पर राजी हो गये और खुशी-खुशी घर चले गये। इसके साथ ही 18 महीने से चल रहे विवाद और तनाव का अंत हो गया।