महात्मा विदुर की धरती विजनौर से पांचवीं बार कमल खिला पाएगी बीजेपी?
यूपी: महाभारत काल के महात्मा विदुर की धरती के नाम से चर्चित बिजनौर शहर की अपनी प्राचीन विरासत है. सियासत के मामले भी बिजनौर लोकसभा सीट की खास पहचान है और यहां से उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती भी जीत हासिल कर चुकी हैं. यहां से जया प्रदा भी चुनाव लड़ चुकी हैं. और कांग्रेस से मीरा कुमारी भी यहीं से चुनाव जीतकर संसद पहुंची.
सीट का संसदीय इतिहास
पश्चिम यूपी में मुजफ्फरनगर और मेरठ से जुड़ी बिजनौर संसदीय सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान, लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार और पूर्व सीएम मायावती चुनाव लड़ चुकी हैं. हालांकि यहां पर जीत किसी एक दल के खाते में नहीं जाती है. 1991 के बाद से बीजेपी यहां पर 4 बार चुनाव जीत चुकी है.
आजादी के बाद बनी सीट…
बता दें कि देश की आजादी के बाद 1952 में बिजनौर सीट अस्तित्व में आई थी. यहां से पहली बार कांग्रेस के टिकट पर स्वामी रामनाड शास्त्री ने चुनाव जीता था लेकिन वर्तमान में यहां से बसपा से मलूक नागर सांसद है.
सीट पर जातीय समीकरण…
अगर इस सीट पर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां मुस्लिम की अपेक्षा हिंदुओं की संख्या ज्यादा है लेकिन मुस्लिम की भी अच्छी संख्या है जो किसी भी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यहां पर कुल आबादी 38 लाख से अधिक है. जिसमें हिंदू आबादी 55.18 % फीसद और मुस्लिम आबादी 43.04% है. वहीं हिन्दू आबादी में सबसे ज्यादा दलित की जनसंख्या है. दलितों के अलावा यहां पर जाटों के अलावा चौहान और त्यागी की भी अच्छी संख्या है.
ये दिग्गज मैदान में…
अगर 2024 लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहाँ पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. यहां पर सपा, बसपा के अलावा BJP भी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रही है. यहां से NDA के सहयोगी दल RLD ने चंदन चौहान और BSP ने बिजेंद्र सिंह को मैदान में उतरा है जबकि समाजवादी पार्टी ने दीपक सैनी को उम्मीदवार बनाया है.