आंबेडकर पर क्यों मचा बवाल ?…आखिर अमित शाह ने क्या कह दिया…

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नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र में संविधान पर चर्चा चल रही थी. इसी बीच सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खड़े हुए और बोलने लगे. इस दौरान कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने आंबेडकर पर बयान दिया. इसके बाद मानो तूफ़ान आ गया, सभी विपक्षी दल अमित शाह और भाजपा पर हमलावर हो गए.

खरगे ने की इस्तीफे की मांग…

बता दें कि वहीं अमित शाह के बयान के बाद राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने अमित शाह से माफी मांगने के साथ ही इस्तीफे की मांग की है. वहीं, यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने भी दोनों दलों पर जमकर हमला बोला.

भगवान का नाम लेते तो स्वर्ग मिल जाता…

सदन में चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा कि आज के समय में आंबेडकर का नाम लेना एक फैशन बन गया है. हर एक बात पर आंबेडकर – आंबेडकर- आंबेडकर नाम लिखा जाने लगा है. अगर इतना नाम भगवान का लेते तो स्वर्ग मिल गया होता. शाह के इसी बयान के बाद विपक्षी दल हमलावर हो गए और संसद में प्रदर्शन किया.

RSS के इशारे पर शाह का बयान…

वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना UBT के नेता उद्धव ठाकरे ने कहा कि अमित शाह ने यह बयान RSS के इशारे पर दिया है. शाह की यह टिप्पणी भाजपा के अहंकार को दर्शाती है और उसका असली चेहरा उजागर करती है. उद्धव ने कहा कि शाह के द्वारा की गई टिप्पणी पर मोदी को उनके खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए. इसके साथ ही उद्धव ने RSS पर भी निशाना साधा और कहा कि शाह बिना BJP और RSS के समर्थन के कोई टिप्पणी नहीं करते.

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बीजेपी- कांग्रेस को रोटी सेंकना बंद करना चाहिए…

वहीं शाह के बयान के बाद मायावती ने कहा कि बीजेपी- RSS को आंबेडकर के मामले में रोटी सेंकना बंद करना चाहिए और उनको पूरा सम्मान करना चाहिए. इन पार्टियों के लिए जो भी भगवान है उसके लिए बसपा को कोई ऐतराज नहीं है बल्कि बसपा के भगवान आंबेडकर है इसलिए पार्टी को इन टिपण्णी से उनको नाराजगी है.

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संविधान बदलना चाहती है बीजेपी

राहुल गांधी ने एक बार फिर संसद भवन में भाजपा पर हमला बोला और कहा कि पार्टी संविधान बदलना चाहती है. राहुल ने कहा कि भाजपा संविधान के खिलाफ है. भाजपा शुरू से ही कह रही है कि वह संविधान बदल देंगे. वे आंबेडकर और उनकी विचारधारा के खिलाफ है. इनका केवल एक ही काम है वह भी काम है संविधान को खत्म करना.

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