वाराणसी में पूर्व सांसद की पत्नी को बेटों- बहुओं पर किस वजह से कराना पड़ा मुकदमा

सुल्तानपुर के पूर्व सांसद जयभद्र सिंह की पत्नी आशा सिंह ने वाराणसी के सारनाथ थाने में अपने दो बेटे और दो बहुओं सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.

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इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है कि सुल्तानपुर के पूर्व सांसद जयभद्र सिंह की पत्नी आशा सिंह ने वाराणसी के सारनाथ थाने में अपने दो बेटे और दो बहुओं सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. इसमें उन्होंने आरोपितों के खिलाफ बलवा, रंगदारी मांगने, मारपीट और धमकाने सहित अन्य आरोप लगाया है. इस मामले में पुलिस पर कोई कार्रवाई नहीं करने का भी आरोप है. इस वजह से पीड़िता आशा ने कोर्ट की शरण ली और आदेश के बाद आखिरकार पुलिस को मुकदमा दर्ज करना पडा. आरोपितों में अशोक विहार कॉलोनी फेज-2 वाराणसी निवासी और पूर्व सांसद के बेटे रविभद्र सिंह, मणिभद्र सिंह और बहू सुमन सिंह व सुप्रिया सिंह शामिल हैं. साथ ही टैगोर टाउन भुवनेश्वर नगर के मार्तंड सिंह, उनकी पत्नी सरोज सिंह और बेटा रणबीर सिंह सहित अन्य अज्ञात को भी आरोपित बनाया गया है.

प्रताड़ित करने का आरोप

अशोक बिहार कॉलोनी फेज-2 में रहने वाली आशा सिंह के पति जयभद्र सिंह सुल्तानपुर के पूर्व सांसद रहे. पूर्व सांसद की पत्नी का आरोप है कि पति जयभद्र के निधन के बाद बेटे रविभद्र व मणिभद्र, बहू सुमन सिंह व सुप्रिया सिंह प्रापर्टी को अपने नाम करवाने के लिए प्रताड़ित करते हैं. मणिभद्र का साढ़ू मार्तंड सिंह अक्सर अपने साथ आठ-दस व्यक्तियों के साथ घर आता है.

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आरोप है कि मार्तंड शराब पीकर उनके साथ गालीगलौज और दुर्व्यवहार करता है. गत 22 मई की रात 12.30 बजे मार्तंड सिंह, सरोज सिंह, रणबीर सिंह, मणिभद्र सिंह व रविभद्र सिंह उनके कमरे में आए. सभी ने उनके साथ गालीगलौज करते हुए मारपीट की. इसके बाद एक कागज पर उनसे जबरन हस्ताक्षर कराया गया.

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पुलिस ने नहीं की सुनवाई

इसके साथ ही उनसे 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई. दरवाजा बंद करके किसी तरह अपनी और छोटे बेटे शशिभद्र की जान बचाई. मामले की पुलिस से शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है, इसलिए अदालत से मुकदमा दर्ज कराने के लिए प्रार्थना पत्र देना पडा. अदालत के आदेश पर पुलिस मुकदमा दर्ज विवेचना कर रही है.

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